AR-15 Rifle: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर वेस्ट पेंसिल्वेनिया में शनिवार को एक चुनावी रैली के दौरान गोली चलाई गई. हालांकि, गोली उनके कान को छूकर निकल गई और उनकी जान जाते-जाते बची. हमलावर की पहचान थॉमस मैथ्यू क्रुक्स के रूप में हुई है, जिसने डोनाल्ड ट्रंप को मारने के लिए एआर-15 राइफल का इस्तेमाल किया था.
एफबीआई (FBI) ने शनिवार को पेनसिल्वेनिया में अपनी रैली के दौरान पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर गोली चलाने वाले व्यक्ति की पहचान कर ली है. संदिग्ध की पहचान थॉमस मैथ्यू क्रूक्स के रूप में हुई है.
यूएस सीक्रेट सर्विस इस बात की जांच कर रही है कि एआर-15 राइफल (AR-15 Rifle) वाला व्यक्ति कैसे घटनास्थल पर पहुंचा और कई गोलियां चलाने में सक्षम हो गया.
एआर-15 राइफल "मॉडर्न स्पोर्टिंग राइफल" उर्फ एमएसआर (MSR) की कैटेगरी में आती है. ऐसी राइफलों का इस्तेमाल ज्यादातर प्रतियोगिताओं और शिकार के दौरान किया जाता है. फायरआर्म इंडस्ट्री ट्रेड एसोसिएशन के अनुसार, एआर का मतलब है आर्मलाइट, जिस कंपनी ने इसे 1950 के दशक में बनाया था. एसोसिएशन ने कहा कि लोग अक्सर एआर-15 राइफलों को "हमलावर हथियार" या "हमलावर राइफल" समझ लेते हैं.
एसोसिएशन ने आगे कहा, "इन राइफलों की सटीकता, विश्वसनीयता, मजबूती और टारगेट निशानेबाजों और शिकारियों के लिए अच्छी है. ये सभी मौसम में काम आने वाली असली फायरआर्म हैं." इस राइफल का सेमी-ऑटोमैटिक वर्जन सेना के लिए बनाया गया था. अब, AR-15 मॉडल मॉड्यूलर हैं और मालिक कानूनी मानदंडों को ध्यान में रखते हुए अपनी जरूरतों के हिसाब से उन्हें कस्टमाइज कर सकते हैं.
गोली की स्पीड जानलेवा है. वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, कारतूस में मौजूद प्रोपेलेंट की मात्रा में गोली को "एक सेकंड में छह फुटबॉल मैदानों को पार करने वाली स्पीड" पर भेजने की शक्ति है.
गोली किसी व्यक्ति के महत्वपूर्ण अंग से टकराने के तुरंत बाद उसे मार सकती है. एक ट्रॉमा सर्जन के हवाले से कहा गया, "जैसे ही गोली धीमी होती है, उस समय उसकी एनर्जी इतनी ज्यादा होती है कि उसे कहीं ना कहीं जाना ही पड़ता है, और ऐसे में वह आपके शरीर को सचमुच भेद सकती है."
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