Vande Metro Train Features: पीएम मोदी रेलवे की नई वंदे मेट्रो ट्रेन को 16 सितंबर को हरी झंडी दिखाएंगे. इस ट्रेन को अहमदाबाद से भुज के बीच चलाया जाएगा. हफ्ते में छह दिन चलने वाली वंदे मेट्रो भुज से सुबह 5:05 बजे चलेगी और अहमदाबाद 10:50 बजे पहुंचेगी. वापसी में यह ट्रेन अहमदाबाद से शाम 5:30 बजे चलेगी और 11:10 बजे भुज पहुंच जाएगी. ट्रेन के शुरू होने से पहले आइए देखते हैं इसके अंदर का लुक और फीचर्स के बारे में-
वंदे मेट्रो 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है. ये ट्रेन बहुत जल्दी रुकती और चलती है जिसकी वजह से आपकी यात्रा का समय कम लगेगा.
वंदे मेट्रो ट्रेन में एक बार में हजारों लोग सफर कर सकते हैं. ट्रेन में 16 कोच हैं. इन कोच में 1150 लोग बैठकर और 2058 लोग खड़े होकर सफर कर सकते हैं. यानी ट्रेन में एक साथ करीब 3,200 लोग सफर कर सकते हैं.
वंदे मेट्रो ट्रेन में मेट्रो की तरह अपने आप खुलने वाले और बंद होने वाले दरवाजे होंगे. यात्रियों को इन दरवाजों को खोलने या बंद करने के लिए किसी तरह का बटन दबाने की जरूरत नहीं होगी. हर कोच में चार ऑटोमेटिक दरवाजे होंगे.
नई वंदे मेट्रो ट्रेन में यात्री अपना सामान हल्की एल्युमिनियम की रैक पर रख सकेंगे. इसके अलावा, ट्रेन में मोबाइल चार्ज करने के लिए जगह भी होगी. यानी आप ट्रेन में सफर करते हुए अपना मोबाइल फोन चार्ज कर सकेंगे.
वंदे मेट्रो पूरी एसी ट्रेन है. इस ट्रेन में आम आदमी भी आराम से सफर कर सकेगा. ट्रेन के दोनों यानी ड्राइवर केबिन में भी एसी होगा. ट्रेन में चमकदार एलईडी लाइटें होंगी और बड़ी-बड़ी खिड़कियां होंगी, जिससे यात्रियों को बाहर का नजारा अच्छे से दिखाई देगा.
वंदे मेट्रो में यात्रियों की सुरक्षा के लिए अंदर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं. इसके अलावा, ट्रेन में बड़ी एलसीडी डिस्प्ले लगी होंगी, जिन पर यात्रियों को जानकारी दी जाएगी कि ट्रेन कहां जा रही है या कहां पर पहुंची है.
वंदे मेट्रो ट्रेन के टॉयलेट वंदे भारत ट्रेन की तरह होंगे. इन टॉयलेट में हाथ ड्राई करने की मशीन भी लगी होगी, जो अपने आप चलेगी. ट्रेन में दिव्यांगों के लिए खास तरह के टॉयलेट होंगे. ट्रेन का शुरुआती किराया 30 रुपये रखा गया है.
वंदे मेट्रो ट्रेन में खास सुरक्षा सिस्टम 'कवच' लगा होगा. यह सिस्टम वंदे भारत में भी है. इस सिस्टम के लगे होने पर यदि दो ट्रेनें एक-दूसरे से टकराने वाली हों तो ये सिस्टम दोनों ट्रेनों को रोक लेता है. यानी यात्री बिल्कुल सुरक्षित रहेंगे. भारत में ही बने इसे सिस्टम को देसी सिस्टम भी कहा जाता है.
वंदे मेट्रो को चेन्नई के आईसीएफ में बनाया गया है. इस पहली वंदे मेट्रो ट्रेन को गुजरात के भुज-अहमदाबाद रूट पर चलाया जा रहा है. रास्ते में यह साबरमती, चंदोलीया, विरमगाम, ध्रंगधरा, हलवद, समखियाली, भचाऊ, गांधीनगर, अंजार और भुज स्टेशनों पर रुकेगी.
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