Sinhagad Fort In Pune: जब भी आप पुणे के यात्रा पर जाएं तब सिंहगढ़ के किले का भ्रमण जरूर करें. ये एक ऐतिहासिक इमारत है जो मराठों की वीरता का गवाह है. ये सह्याद्री के पहाड़ (Sahyadri Mountains) स्थित है. आइए जानते हैं कि ये फोर्ट इतना अहम क्यों है और इसका इतिहास कितना स्वर्णिम है.
सिंहगढ़ के किला तकरीबन 2000 साल पुराना माना जाता है जिसे पहले कोंधाना फोर्ट भी कहा जाता था. इस पर 14वीं शताब्दी की शुरुआत तक कोली किंग नाम नाइक (Nag Naik) ने राज किया, लेकिन 1328 में मोहम्मद बिन तुगलक (Muhammad bin Tughlaq) ने इसे जीत लिया.
हालांकि बाद में पुणे (Pune) को शाहजी भोंसले (Shahaji Bhosale) को सौंप दिया गया, जो उस वक्त इब्राहिम आदिल शाह (Ibrahim Adil Shah) के कमांडर थे. बाद में ये किला शाहजी के बेटे छत्रपति शिवाजी महाराज के हाथों से निकल गया.
इस फोर्ट को लेकर कई लड़ाइयां लड़ी गईं, बाद में छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपने बहादुर सिपाही तानाजी मालासुरे की मदद से सिंहगढ़ के किले पर कब्जा कर लिया और अपना परचम लहराया, लेकिन इस लड़ाई में तानाजी शहीद हो गए
तानाजी मालासुरे (Tanaji Malusare) की कहानी को लेकर एक बॉलीवुड फिल्म भी बनी है जिसका नाम है 'तानाजी' (Tanhaji). इस मूवी में लीड रोज अजय देवगन (Ajay Devgn), काजोल (Kajol), सैफ अली खान (Saif Ali Khan) और शरद केलकर (Sharad Kelkar) निभाया था.
जब अंग्रेज ने भारत में हुकूमत करनी शुरू की, तब सिंहगढ़ का किला (Sinhagad Fort) ब्रिटिश राज के झंडे तले आ गया. आज इस फोर्ट में काफी लोग घूमने आते हैं, आप भी यहां की ट्रिप प्लान कर सकते हैं.
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