Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तरकाशी टनल हादसे में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने बाद ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया, जहां उनका हेल्थ चेकअप किया गया. इसके बाद सभी श्रमिकों को घर के लिए रवाना कर दिया गया. इस हादसे से जुड़े सुरंग के अंदर के कुछ फोटोज यहां दिखाए गए हैं जिसे देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि सुरंग के अंदर कैसे हालात थे?
इन तस्वीरों को देखकर आपको पता चलेगा कि कैसे मजदूरों ने 17 दिन सुरंग के अंदर गुजार दिए. इन तस्वीरों में आप देखेंगे कि टनल के एक किनारे पर खाने का सामान रखा हुआ है और श्रमिकों लिए जूस और पानी के बोतलों की व्यवस्था की गई है. खाने के लिए वहां केले, संतरे और अमरूद कई दूसरे सामान रखे हुए हैं.
टनल के अंदर की तस्वीरें काफी भयावह हैं. हालांकि, मजदूरों को किसी तरह दिक्कत न हो, इसके लिए सुरंग अंदर लाइटिंग का इंतजाम किया गया है. इन तस्वीरों में टनल बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली JCB मशीन भी दिखाई देगी.
तस्वीरों में आप देखेंगे कि सुरंग में फंसे दो मजदूर अपने मोबाइल कैमरे से अंदर के नजारे को कैप्चर कर रहे हैं और टनल के अंदर के हालात दिखा रहे हैं. करीब 17 दिनों तक लगातार चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन में अंदर फंसे सभी 41 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया.
सुरंग से मजदूरों को बाहर निकालने के लिए विदेशी एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स की मदद ली गई. इसके अलावा ऑगर मशीन से खुदाई का काम किया गया. मिशन के अंतिम चरण में ऑगर मशीन खराब हो गई तो 'रैट माइनर्स' देवदूत बनकर आएं और मजदूरों को नया जीवनदान मिला. इसके साथ ही उत्तराखंड प्रशासन भी मोर्चे पर डटा रहा और अंत में सभी श्रमिक ने खुली हवा में सांस ली.
ट्रेन्डिंग फोटोज़