संसद के केंद्रीय कक्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा, देश में चाहे जो सरकारें रही हों, उन पर महात्मा गांधी, दीनदयाल उपाध्याय और राममनोहर लोहिया की छाप रही है. इन महापुरुषों की छाया हर सरकार पर रही है. उनकी सीख हमें आगे बढ़ने में मदद करती रही है.
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नई दिल्ली: संसद के केंद्रीय कक्ष में शनिवार को बीजेपी और एनडीए के सांसदों की बैठक हुई. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बीजेपी और एनडीए का नेता चुना गया. इसके बाद पीएम मोदी ने केंद्रीय कक्ष में सांसदों और एनडीए नेताओं को संबोधित करते हुए कई महत्वपूर्ण बाते कहीं. एक घंटे से ज्यादा लंबे भाषण में पीएम मोदी ने देश के महानायकों को याद किया. उन्होंने अपने भाषण में कहा, देश में चाहे जो सरकारें रही हों, उन पर महात्मा गांधी, दीनदयाल उपाध्याय और राममनोहर लोहिया की छाप रही है. इन महापुरुषों की छाया हर सरकार पर रही है. उनकी सीख हमें आगे बढ़ने में मदद करती रही है.
इस भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान और बाबा साहब का जिक्र भी किया.
पीएम नरेंद्र मोदी ने इस भाषण में पंडित नेहरू और सरदार बल्लभ भाई पटेल को याद करते हुए कहा, जिस जगह आज हम लोग खड़े हैं, उस जगह कभी पंडित नेहरू और सरदार वल्लभ भाई पटेल बैठते थे. ये हमारे लिए सौभाग्य की बात है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की सीख को भी याद किया. उन्होंने कहा, जब आडवाणी जी पार्टी का नेतृत्व करते थे, तो हमें सीख देते थे कि छपास और दिखास से दूर रहना चाहिए. उन्होंने कहा, अखबार में छपने और टीवी में दिखने की आदत से बच सके तो आधी समस्याएं दूर हो जाएंगीं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने साथी और पूर्व रक्षा मंत्री दिवंगत मनोहर पर्रिकर को भी याद किया. अपने भाषण में सांसदों को सादगी की सीख देते हुए कहा, पर्रिकर जी अपने सादा जीवन और सादगी के लिए ही हमेशा जाने जाते रहे. मोदी ने सांसदों से वीआईपी संस्कृति से बचने को कहा. उन्होंने कहा कि सांसदों को जरूरत पड़ने पर अन्य नागरिकों की तरह कतारों में भी खड़ा होना चाहिए.