Gemology: 24 घंटे में अमीर बनने के योग बनाता है ये रत्न, धारण करते ही बनने लगते हैं शुभ योग, जानें इसके फायदे
Advertisement
trendingNow12382052

Gemology: 24 घंटे में अमीर बनने के योग बनाता है ये रत्न, धारण करते ही बनने लगते हैं शुभ योग, जानें इसके फायदे

Neelam Neelam: रत्न शास्त्र में ऐसे बहुत से रत्नों का जिक्र किया गया है, जो व्यक्ति की कुंडली में अशुभ ग्रहों के प्रभाव को मजबूत कर शुभ फल प्रदान करते हैं. ऐसे ही एक रत्न के बारे में आज हम बताने जा रहे हैं. 

 

blue sapphire stone

Blue Sapphire Benefits: ज्योतिष शास्त्र की तरह रत्न शास्त्र का भी व्यक्ति की जिंदगी में विशेष महत्व है. कुंडली में अशुभ और कमजरो ग्रहों को मजबूत करने और शुभ फलों की प्राप्ति के लिए रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है. रत्न शास्त्र में ऐसे बहुत से ग्रह हैं, जिन्हें धारण करने पर व्यक्ति के जीवन में कई तरह की समस्याओं का अंत होता है. रत्न शास्त्र में कई ऐसे रत्नों का जिक्र किया गया है, जिन्हें नियमपूर्वक धारण करने पर व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है. और सौभाग्य में वृद्धि होती है. 

अगर किसी जातक की कुंडली में शनि कमजोर स्थिति में है और शुभ फलों की प्राप्ति के लिए रत्न शास्त्र में नीलम रत्न के बारे में बताया गया है. ये एक ऐसा रत्न है, जिसे अगर विधिपूर्वक धारण किया जाए, तो ये 24 घंटे में असर दिखाता है. लेकिन ऐसा कहा जाता है कि अगर नीलम सूट कर जाता है तो व्यक्ति की किस्मत रातोंरात बदल जाती है. वहीं, सूट न करने पर व्यक्ति को बर्बाद होने में भी देर नहीं लगती. नीलम रत्न धारण करने से पहले जान लें ये जरूरी नियम. 

Tulsi Plant: किचन में रख रहे हैं तुलसी का पौधा तो इन नियमों को न करें नजरअंदाज, धन हानि का बनता है कारण
 

नीलम धारण करने के फायदे 

नीलम रत्न धारण करने से सिर्फ व्यक्ति को आर्थिक तंगी से ही छुटकारा नहीं मिलता बल्कि अनिद्रा की शिकायत होने पर भी नीलम रत्न धारण किया जा सकता है. नीलम रत्न धारण करने से व्यक्ति धैर्यवान बनता है, अटके हुए कार्य पूरे होते हैं. इतना ही नहीं, इसे धारण करने से व्यक्ति के मान-सम्मान में बढ़ोतरी होती है.  

नीलम धारण करने की सही विधि

रत्न ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नीलम रत्न कम से कम 7 से लेकर सवा 8 रत्ती का रत्न धारण किया जाता है. बता दें कि शुभ फलों के लिए नीलम पंचधातु में जड़वाकर अंगूठी में पहना जाता है. ये रत्न बायं हाथ में धारण करना चाहिए. इतना ही नहीं, इसे शनिवार की मध्य रात्रि में धारण करना उपयुक्त रहता है. इसे पहनने से पहले अंगूठी को गंगाजल और गाय के कच्चे दूध से शुद्ध जरूर कर लें. बता दें कि नीलम धारण करने के बाद शनि ग्रह से संबंधित वस्तुएं जैसे- काला कपड़ा, सरसों का तेल, लोहा, काले तिल, साबुत उड़द, अलसी, काले फूल, कस्तूरी, चमड़ा और काले कंबल आदि का दान करना चाहिए.   

Snake Skin: नोटों से भरी खुली तिजोरी के समान है सांप की केंचुरी, मिल जाए तो समझें जल्द कुबेर देव घर में करेंगे वास

इन 2 राशियों के लिए लाभकारी है नीलम

रत्न ज्योतिष के अनुसार नीलम रत्न मकर और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है. बता दें कि इन दो राशियों पर शनि का आधिपत्य होता है. अगर किसी जातक की कुंडली में शनि कमजोर स्थिति में है, तो नीलम रत्न धारण करके उनकी शक्तियों को बढ़ाया जा सकता है. ज्योतिषीयों के अनुसार कुंडली में चौथे, पांचवे, दसवें और ग्याहरवें भाव में शनि के होने पर नीलम पहनने से बहुत लाभ मिलता है.  नीलम के साथ मूंगा, माणिक और मोती पहनने से आपको भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है.      

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

 

 

Trending news