देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है, ऐसे में छठ पूजा (Chhath Puja 2020) के दौरान कुछ सावधानियां बरतें, जिससे आपकी सेहत को कोई नुकसान न पहुंचे.
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नई दिल्ली. देशभर में छठ पर्व (Chhath Festival) का आरंभ 18 नवंबर यानी आज नहाय-खाय के साथ हो गया है. छठ पर्व 4 दिनों तक धूमधाम से मनाया जाता है. छठ (Chhath Puja 2020) पर महिलाएं संतान प्राप्ति, बच्चों के स्वास्थ्य व लंबी उम्र के लिए सूर्यदेव और षष्ठी देवी (छठ मैया) का व्रत रखती हैं. इस त्योहार को खासतौर से बिहार, झारखंड और यूपी के लोग मनाते हैं.
छठ पूजा में पंचमी को खरना होता है. उसके बाद षष्ठी तिथि को छठ पूजा होती है, जिसमें शाम को सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है. इसके बाद अगले दिन सप्तमी को सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देते हैं और फिर पारण करके व्रत को पूरा किया जाता है.
इस बार की छठ पूजा कुछ अलग है. इस साल भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमण (Coronavirus) फैला हुआ है. इस जानलेवा संक्रमण ने अब तक लाखों लोगों की जीवन लीला समाप्त कर दी है. देश में लॉकडाउन (Lockdown) खत्म होने के बाद से संक्रमण के मामलों में फिर से इजाफा देखा गया है. ऐसे में आपको छठ पूजा के दौरान कुछ सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए.
आज हम आपको कुछ ऐसी ही सावधानियां के बारे में बताएंगे, जिनको अपनाकर आप कोरोना और बदलते मौसम की चपेट में आने से बचेंगे.
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भीड़भाड़ वाली जगह न जाएं
छठ पूजा में सूर्यदेव को तालाब या नदी पर जाकर अर्घ्य दिया जाता है. छठ पर्व पर ऐसी जगहों पर भारी भीड़ देखी जाती है. कोरोना संक्रमण एक-दूसरे के संपर्क में आने से फैलता है, तो इस बार सूर्य को अर्घ्य देने के लिए कम भीड़भाड़ वाली जगह को चुनें.
मास्क का करें उपयोग
छठ पर्व पर तालाब या नदी पर पूजा करने जाते समय मास्क और सैनिटाइजर (Sanitiser) याद से लेकर जाएं. कोरोना एक-दूसरे के संपर्क में आने से फैलता है, तो इस पर्व के दौरान बिल्कुल भी लापरवाही न बरतें.
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बुजुर्ग और प्रेग्नेंट महिलाएं न जाएं
तालाब या नदी के किनारे छठ मैया और सूर्यदेव की पूजा कर उनसे सुख-समृद्धि की कामना की जाती है. बुजुर्ग और प्रेग्नेंट महिलाओं को छठ पूजा में जाने से बचना चाहिए. छठ की भीड़ में कोरोना फैलने का खतरा बना रहता है और यह जानलेवा बीमारी बुजुर्ग और प्रेग्नेंट महिलाओं को जल्दी अपनी चपेट में लेती है.
साथ ही भीड़ वाली जगह पर कभी भी भगदड़ फैलने की आशंका बनी रहती है.
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छोटे बच्चों को लेकर न जाएं
छठ पर षष्ठी को डूबते हुए सूरज और सप्तमी को उगते सूरज को अर्घ्य देते हैं. इस समय मौसम तेजी से बदल रहा है. ऐसे में अगर आप अपने छोटे बच्चे को नदी या तालाब पर लेकर जाते हैं तो वह बीमार भी पड़ सकता है.
कपड़ों का रखें ध्यान
सूर्य देव को अर्घ्य देने जाते समय ऊनी कपड़े पहनकर जाएं. इन दिनों मौसम के मिजाज में बदलाव साफ नजर आ रहा है. ऐसे में सुबह या शाम के समय हल्के कपड़े पहनने से आप बीमार पड़ सकते हैं.