गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) पर हमें विनायक जी को कुछ चीजें भूलकर भी अर्पित नहीं करनी चाहिए. ऐसा करने से गणपति अप्रसन्न हो जाते हैं.
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नई दिल्ली: हमारा देश धरमपारायण राष्ट्र है. यहां पर हर महीने कोई न कोई तीज-उत्सव आता रहता है. जिन्हें मनाने से घर में खुशी और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
अगर बात गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) की करें तो साल में कुल 24 गणेश चतुर्थी आती हैं. यानी कि महीने में 2 बार गणेश चतुर्थी का आगमन होता है. इनमें से पूर्णमासी के बाद कृष्ण पक्ष में आने वाली चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहते हैं. वहीं अमावस्या के बाद आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं. हमें गणेश चतुर्थी पर कुछ चीजें भूलकर भी गणपति को अर्पित नहीं करनी चाहिए. ऐसा करने से विनायक अप्रसन्न हो जाते हैं.
गणेश जी (Lord Ganesh) को कभी भी सफेद वस्त्र अर्पित नहीं करने चाहिए. इसके साथ ही उन्हें सफेद जनेऊ भी नहीं चढ़ाना चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है. इसके बजाय जनेऊ को हल्दी में पीला करके गणेश जी को चढ़ाएं. पीला रंग गणेश जी को प्रिय होता है. इसे चढ़ाने से वे प्रसन्न होते हैं.
भगवान गणेश का एक दांत टूटा हुआ है. इसलिए गीले चावल ग्रहण करना उनके लिए सहज होता है. अत: आप गणेशजी को चावल अर्पित करें तो ध्यान रखें कि वह टूटे हुए और सूखे न हों. उन्हें भगवान गणेश पर अर्पित करने से पहले थोड़ा गीला कर लेना चाहिए.
भगवान गणेश (Lord Ganesh) को पीला रंग बहुत प्रिय है. उन्हें प्रसन्न करने के लिए सफेद चंदन के बजाए पीला चंदन अर्पित करें या फिर पीला चंदन लगाएं. भगवान गणेश को तिलक लगाने के बाद परिवार के अन्य सदस्यों को भी इस चंदन का तिलक लगाना चाहिए.
भगवान गणेश की वंदना करते समय इस बात का खास ध्यान रखें कि भूलकर भी उन्हें तुलसी के पत्ते अर्पित न करें. तुलसी को माता लक्ष्मी का पर्याय माना जाता है और वह भगवान विष्णु की बहुत प्रिया हैं. इसलिए उन्हें तुलसी के बजाय मोदक जैसी चीज अर्पित करें, जिसे पाकर वे प्रसन्न हो जाते हैं.
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भगवान गणेश (Lord Ganesh) को सफेद रंग और सूखे फूल अर्पित करना अशुभ माना जाता है. ऐसा करना परिवार में दरिद्रता लाता है. गणेशजी को केतकी के फूल भी अर्पित नहीं किए जाते हैं. इस फूल का संबंध चंद्रमा से माना जाता है. चंद्रमा ने एक समय पर गणेशजी का उपहास किया था. जिसके बाद गणेशजी ने उन्हें शाप दे दिया था और उनसे संबंधित सफेद चीजों को अपनी पूजा में वर्जित कर दिया था.
(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है.)
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