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Mystery of kalki avatar: कलयुग को पाप का युग भी माना जाता है, जिसमें व्यक्ति के बुरे कर्मों की अंतिम चरम सीमा तक पार हो जाएगी. दरअसल धार्मिक ग्रंथों में यह उल्लेखित है कि जब कलयुग का अंत होगा तब भगवान विष्णु के आखिरी अवतार कल्कि का जन्म होगा. कल्कि का यह अवतार पाप का अंत कर देगा. जिसके बाद कलयुग का अंत होगा और एक बार फिर सतयुग शुरू हो जाएगा.
दरअसल धार्मिक ग्रंथों की माने तो कलयुग का अंत व्यक्ति की जब उम्र मात्र कुछ ही सालों की रह जाएगी तब होगा. इसके पीछे की खास वजह और कल्कि का जन्म कहां होगा आइए विस्तार में जानें.
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कलयुग के अंत में मात्र इतने ही उम्र का रह जाएगा इंसान
यदि गौर किया जाए तो आज से पहले इंसान की उम्र 100 या उससे ज्यादा की रहती थी. अब इंसान मात्र 80 से 60 तक की उम्र तक ही जी रहा है, जो आगे चलकर मात्र 20 की उम्र की रह जाएगी. इतना ही नहीं व्यक्ति के कद की बात की जाए तो पहले इनकी ऊंचाई भी ज्यादा रहती थी जो अब धीरे धीरे कम होती जा रही है. इतना ही नहीं आगे चलकर इंसान तो क्या गाय और बैल बकरी की ऊंचाई जितने तक ही रह जाएंगे, जो कि कलयुग का अंत कहलाएगा और भगवान विष्णु के कल्कि का अवतार होगा.
दरअसल उस समय कल्कि के अवतार पाप और अत्याचार का अंत करने आएंगे. कल्कि कलयुग का प्रधान अवतार कहलाएंगे. कल्कि राजसी अवतार में प्रकट होंगे. श्रीमद्भागवत के अनुसार जब सूर्य, चंद्रमा और गुरु एक जगह पुष्प नक्षत्र में आएंगे तब भगवान विष्णु के कल्कि का जन्म होगा.
जानें कहां होगा कल्कि का जन्म
पुराणों की मानें तो भगवान कल्कि का जन्म उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के पास संभल गांव में होगा. जहां उनकी माता का नाम सुमति और पिता का विष्णुयश होगा. इनके चार भाई होंगे, जो आगे चलकर एक बार फिर धर्म की स्थापना करेंगे. भगवान विष्णु के अवतार कल्कि दो शादियां करेंगे जिनके नाम पद्मा और वैष्णवी होगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)