Premanand Ji Maharaj: भगवान श्री राम के नाम से कैसे हो सकती है भोलेनाथ की प्राप्ति, प्रेमानंद जी महाराज ने दिया ये जवाब
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Premanand Ji Maharaj: भगवान श्री राम के नाम से कैसे हो सकती है भोलेनाथ की प्राप्ति, प्रेमानंद जी महाराज ने दिया ये जवाब

Premanand Ji Maharaj Video: प्रेमानंद जी महाराज के सुविचार लोगों के लिए जीवन में पथप्रदर्शक बन गए हैं. हाल ही में सत्संग के दौरान एक व्यक्ति ने जब यह प्रश्न रखा कि कैसे भगवान शिव की प्राप्ति हो सकती है! तो आइए जानें कि कैसे प्रेमानंद जी ने अपने विचारों से पल भर में इस प्रश्न को हल कर दिया.

 

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Premanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज के सुविचार लोगों के लिए मानों पथप्रदर्शक का काम कर रही हो. आए दिन भक्त उनके सामने ऐसे ऐसे सवाल करते हैं पर बड़े ही आसानी से उसके जवाब प्रेमानंद जी बिना दोबारा सोचे दे देते हैं. हाल ही में एक सत्संग के दौरान एक व्यक्ति ने जब यह सवाल किया कि कैसे भगवान शिव की प्राप्ति की जा सकती है! तो आइए जानते हैं कि कैसे पल भर में प्रेमानंद जी ने बड़े ही आसानी से इस सवाल का जवाब दिया!
  
जानें कैसे भगवान शिव की हो सकती है प्राप्ति

प्रेमानंद जी महाराज से जब भक्त ने पूछा कि क्या राम नाम का जाप कर के शिव जी की प्राप्ति की जा सकती है! इस पर उन्होंने कहा कि अवश्य प्राप्ति कर सकते हैं. दरअसल राम नाम भगवान शिव को अति प्रिय है. जैसे जो चीज भगवान शिव को प्रिय होती है वो हम पूजा के दौरान उन्हें चढ़ाते हैं. वैसे ही राम राम राम राम नाम का जप कर के उन्हें अर्पित करेंगे तो जरूर शिव भगवान की प्राप्ति होगी. इसमें कोई सवाल ही नहीं उठता, अवश्य ही भगवान शिव की प्राप्ति हो जाएगी.

 

 

किस रूप में भगवान शिव का करें ध्यान

प्रेमानंद जी महाराज से जब भक्त ने फिर पूछा कि भगवान शिव का ध्यान कैसे करें, यह समझ नहीं आता! शिव जी की मूर्ति को ध्यान करें या फिर उनकी तस्वीर को. इस पर प्रेमानंद जी महाराज ने कहा कि पहले भगवान का नाम जप करो. एकाग्र का अधिकार अंतर मन में होता है ना एकाग्रता है और ना पवित्र मन है तो ध्यान करोगे तो भी अंधेरा ही नजर आएगा. पहले नाम जप करो, प्रायः सत्संग में सुना होगा भगवान का नाम जप करो और नाम का ध्यान करो. अक्षर ब्रह्म है, भगवान का नाम ही रूप होता है.

भगवान स्वंय देंगे दर्शन

प्रेमानंद जी महाराज ने कहा कि आपने प्रश्न किया ना कि कैसे भगवान के नाम को ध्यान करें. जैसे उदाहरण के तौर पर समझा रहा हूं राधा! राधा के नाम को मन से ध्यान करें. ऐसे राधा नाम का ध्यान करें जैसे वह आपकी आंखों में, मन में, अंतर आत्मा में हर जगह वहीं राधा का नाम नजर आए. उसी राधा नाम में उनका रूप अपने आप प्रतिशत होने लगेगा. ध्यान करने की जरूरत नहीं अपने आप भगवान प्रकाशित हुए नजर आने लगेंगे.

भगवान शिव की इस छवि का करें ध्यान

प्रेमानंद जी महाराज ने अंत में बताया कि ऐसे आपको भगवान शिव का ध्यान करना है तो भगवान शिव का जो शिवलिंग है उसकी छवि को मन में देखिए और मन में भगवान राम का नाम जप करते रहें. वास्तविक जो शिव का स्वरूप है वह अपने आप प्रकाशित होने लगेगा. फिर ऐसे ही भक्तों भगवान शिव की अपने आप प्राप्ति हो जाएगी. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

 

 

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