प्रेमानंद महाराज ने बताया सबसे ताकतवर मंत्र, इसके जाप से भयानक विपत्ति भी होगी दूर
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प्रेमानंद महाराज ने बताया सबसे ताकतवर मंत्र, इसके जाप से भयानक विपत्ति भी होगी दूर

Premanand Ji Maharaj: वृंदावन के मशहूर संत प्रेमानंद जी महाराज के प्रवचन सोशल मीडिया पर लाखों-करोड़ों लोग देखते-सुनते हैं. प्रेमानंद जी ने अपने प्रवचन में एक ऐसे ताकतवर मंत्र के बारे में बताया है जो बड़े से बड़े संकट को दूर कर सकता है. 

प्रेमानंद महाराज ने बताया सबसे ताकतवर मंत्र, इसके जाप से भयानक विपत्ति भी होगी दूर

Premanand Ji Maharaj Katha: अपने प्रवचनों और सत्‍संग के कारण लंबे समय से सुर्खियों में बने प्रेमानंद जी महाराज भक्‍तों के प्रश्‍नों के जबाव भी देते हैं. उनके सत्‍संग में अपने सवालों के जबाव पाने के लिए लोग दूर-दूर से पहुंचते हैं. उनके अनुयायियों में सेलिब्रिटीज से लेकर राजनेता, क्रिकेटर्स, उद्योगपति, ब्‍यूरोक्रेट्स आदि सभी क्षेत्रों के लोग शामिल हैं. जीवन में तमाम समस्‍याओं, दुखों से जूझ रहे लोगों को प्रेमानंद जी महाराज भगवत भक्ति से शांति, सुख पाने का रास्‍ता बताते हैं. ऐसे ही एक सत्‍संग में प्रेमानंद जी महाराज ने बड़ी से बड़ी विपत्ति को टालने वाला और दुखों को दूर करने वाला एक मंत्र बताया है. 

बहुत ताकतवर है यह मंत्र 

श्री प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि इस मंत्र में इतनी ताकत है कि ये  भयानक से भयानक विपत्ति को भी चुटकियों में नष्‍ट कर सकता है. मंत्र - 

'ऊं कृष्‍णाय वासुदेवाय हरये परमात्‍मने।
प्रणत: क्‍लेशनाशाय गोविंदाय नमो नम:।।' 

इस मंत्र का जाप करो, जब तक आपका काम ना हो जाए ब्रह्मचर्य से रहो. इस दौरान ना तो झूठ बोलो, ना अहंकार करो, ना मदिरा पीना, ना मांस खाना. यदि आपका काम ना हो जाए तो बोलना. यह तय है कि ये मंत्र और भगवान श्रीकृष्‍ण का आश्रय भारी से भारी दुख को भी दूर कर देगा. 

ऐसे मंत्र जाप से नहीं होगा फायदा 

श्री प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि यदि आप यह सोचो कि हम झूठ बोलें, व्‍याभिचार करें, मांस-मदिरा का सेवन करें, अहंकार पालें, मन में बुरे विचार रखें. फिर लाख रुपये किसी महात्‍मा को देकर अपने लिए मंत्र का जाप करवा लें या ये सोचें कि दान देने से हमारी मनोकामना पूरी हो जाएगी, तो ऐसा नहीं होगा. 

ये जान लें कि यदि राक्षस भी किसी मनोकामना के लिए ऐसे अनुष्‍ठान करते थे तो वे भी जरूरी नियमों का पालन करते थे. बिना इसके मनोकामना पूर्ति नहीं होगी. लेकिन ये तय है कि किसी मनोकामना की पूर्ति के लिए सांगोपांग अनुष्‍ठान करो और मनोकामना की पूर्ति ना हो, ऐसा नहीं होता. लिहाजा पूरे नियम और भक्ति भाव से मंत्र जाप करें, आपको लाभ अवश्‍य होगा.   

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