रहस्यों से भरा है इस झरने का पानी, ऐसे लोग नहीं लगा पाते हाथ; जानें वजह
Advertisement

रहस्यों से भरा है इस झरने का पानी, ऐसे लोग नहीं लगा पाते हाथ; जानें वजह

उत्तराखंड की धरती इतनी पवित्र है कि पाण्डवों से लेकर कई महान राजाओं तक तमाम लोगों ने तपस्या करने के लिए इसी भूमि को ही चुना था. मान्यता है कि पाण्डवों ने स्वर्ग के लिए भी यहीं से प्रस्थान किया था. कहते हैं कि उत्तराखंड की इस पावन धरती पर एक ऐसा झरना भी है, जिसके पानी को कोई पापी व्यक्ति हाथ भी नहीं लगा पाता. 

सांकेतिक तस्वीर

नई दिल्ली: भारत में सिर्फ एक ही जगह ऐसी है जिसे देवभूमि के नाम से जाना जाता है. उत्तराखंड राज्य में ऊंचें-ऊंचे बर्फ से ढके पहाड़, और हरियाली को लेकर मान्यता है कि देवाधिदेव महादेव इसी स्थान पर निवास करते हैं. कहते हैं कि यहां की भूमि इतनी पवित्र है कि पांडवों से लेकर कई बड़े राजाओं ने तप के लिए इस स्थान का चयन किया. कहते हैं कि उत्तराखंड की भूमि में एक ऐसा झरना है जिसके पानी को कोई पापी व्यक्ति हाथ नहीं लगा सकता है. आइए जानते हैं इस बारे में.

  1. 400 फीट की ऊंचाई से गिरता है झरना
  2. कोसों दूर तक पहुंचता है झरने का पानी
  3. झरने के पानी में है औषधीय गुण

पांडवों ने स्वर्ग के लिए किया था प्रस्थान

धार्मिक ग्रंथों में कई स्थानों पर जिक्र है कि देवभूमि उत्तराखंड में भगवान शिव का निवास है. यहां केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री आदि तमाम तीर्थस्थल मौजूद हैं. कहते हैं कि पांडवों ने स्वर्ग के लिए भी इसी स्थान से प्रस्थान किया था. इसके अलावा गंगा, यमुना और सरस्वती नदी का उद्गम स्थान भी उत्तराखंड ही है. 

पापियों को स्पर्श भी नहीं करता इसका पानी

वसुंधरा झरना बद्रीनाथ धाम से 8 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है. यह झरना 400 फीट की ऊंचाई से गिरता है और गिरते हुए इसका पानी मोतियों की तरह नजर आता है. कहते हैं कि उंचाई से गिरने के कारण इसका पानी दूर-दूर तक पहुंचता है. परंतु अगर कोई पापी इसके नीचे खड़ा हो जाए तो झरने का पानी उस पापी के शरीर से स्पर्श तक नहीं करता. बद्रीनाथ धाम जाने वाले श्रद्धालु इस झरने का दर्शन जरूर करते हैं. इसे बहुत पवित्र झरना कहा जाता है. 

यह भी पढ़ें: शादीशुदा महिलाएं भूलकर इस दिशा में भूलकर भी ना सोएं, वरना हो सकता है भारी नुकसान

झरने के पानी में है औषधीय तत्व

मान्यता है कि इस झरने के पानी में कई तरह के औषधीय गुण मौजूद हैं. दरअसल इस झरने का पानी कई कई जड़ी-बूटियों वाले पौधों को स्पर्श करते हुए गिरता है. मान्यता यह भी है कि इस झरने का पानी जिस व्यक्ति के शरीर पर गिरता है, उसके रोग दूर हो जाते हैं. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Trending news