Vinayak Chaturthi 2022: 5 लौंग और इलायची का ये टोटका करते ही जमकर बरसेगी गणेश जी की कृपा, जागेगा सोया भाग्य
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Vinayak Chaturthi 2022: 5 लौंग और इलायची का ये टोटका करते ही जमकर बरसेगी गणेश जी की कृपा, जागेगा सोया भाग्य

Vinayak Chaturthi remedies: हिंदू धर्म में विनायक चतुर्थी का विशेष महत्व बताया गया है. शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जाता है. पौष माह में विनायक चतुर्थी 26 दिसंबर के दिन पड़ रही है. 

 

फाइल फोटो

Chaturthi Upay: हिंदू धर्म में किसी खास दिन और तिथि में देवी-देवातओं की पूजा करने का विशेष महत्व बताया गया है. शास्त्रों में कहा गया है कि उस दिन देवताओं की पूजा करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है. हर माह शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है. पौष माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 26 दिसंबर, सोमवार के दिन पड़ रही है. 

शास्त्रों में गणेश जी को प्रथम पूजनीय माना गया है. किसी भी शुभ और मांगलिक कार्य की शुरुआत से पहले गणेश पूजन का विधान है. कहते हैं कि किसी भी कार्य की शुरुआत गणेश जी के नाम से करने से भक्तों के सभी कार्य सफल होते हैं. गणेश जी भक्तों से प्रसन्न होकर उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन किए गए उपाय भक्तों की किस्मत के ताले खोल देते हैं.

विनायक चतुर्थी पर करें ये उपाय 

- धार्मिक ग्रंथों के अनुसार विनायक चतुर्थी के दिन गणेश जी को फूलों की माला अर्पित करें. इसके बाद इस पूजा की माला को घर के मुख्य द्वार पर लगाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है. 

- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गणेश जी को चतुर्थी के दिन  हरे रंग के वस्त्र अर्पित करें. साथ ही, 5 लौंग और 5 इलायची चढ़ाने से वे शीघ्र प्रसन्न होते हैं. 

- शास्त्रों में कहा गया है कि पूजा के दौरान गणेश जी को मोदक या लड्डू का भोग लगाने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. साथ ही, भक्तों को सुख-समृद्धि और धन-वैभव की प्राप्ति होती है. 

विनायक चतुर्थी पर करें मंत्र जाप 

- वक्र तुंड महाकाय, सूर्य कोटि समप्रभ: ।

निर्विघ्नं कुरु मे देव शुभ कार्येषु सर्वदा ।।

- नमामि देवं सकलार्थदं तं सुवर्णवर्णं भुजगोपवीतम्ं ।

गजाननं भास्करमेकदन्तं लम्बोदरं वारिभावसनं च ।।

- गजाननं भूतगणादिसेवितं कपित्थजम्बूफलचारु भक्षणम्ं।

उमासुतं शोकविनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वरपादपङ्कजम् ।।

- सर्वाज्ञाननिहन्तारं सर्वज्ञानकरं शुचिम् ।

सत्यज्ञानमयं सत्यं मयूरेशं नमाम्यहम् ।।

- भगवान गणेश गायत्री मंत्र- एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ।।

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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