वरुण देव और शनिदेव का आधिपत्य माना गया है
कहते हैं वास्तु शास्त्र के अनुसार पश्चिम दिशा में वरुण देव और शनि देव का अधिपत्य माना गया है. इसलिए पश्चिम दिशा में हर किसी चीज को नहीं रखा जाता है. आज हम आपको बताएंगे कि पश्चिम दिशा में क्या चीजें रखनी शुभ मानी गई हैं और क्या अशुभ.
पश्चिम दिशा में सिर करके ना सोएं
वास्तु शास्त्र के अनुसार कभी भी पश्चिम दिशा की ओर सिर करके नहीं सोना चाहिए. इस दिशा में सिर करके सोने से आपको मानसिक तनाव मिलता है और बीमारियां भी आती है.
किचन होना अशुभ होता है
घर के पश्चिम दिशा में किचन होना अशुभ माना जाता है. कहते हैं कि यदि पश्चिम दिशा की ओर किचन है तो हमेशा आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. हर काम में मेहनत अधिक करनी होगी मगर परिणाम उतने अच्छे नहीं आएंगे. इसके अलावा घर का मुख्य द्वार भी पश्चिम दिशा की तरफ नहीं होना चाहिए. इससे घर में लक्ष्मी नहीं रुकती है. यदि मुख्य द्वार पश्चिम दिशा में हो तो उसे हमेशा बंद रखना चाहिए. आने जाने का मार्ग किसी दूसरे द्वार से करना चाहिए.
घर की ढलान पश्चिम दिशा में ना हो
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की ढलान पश्चिम दिशा की ओर नहीं होनी चाहिए मतलब की अन्य स्थानों से पश्चिम की दिशा की फर्श थोड़ी ऊंची होनी चाहिए. इससे आपके घर में लक्ष्मी जी का वास होता है.
पानी की निकासी पश्चिम दिशा में ना हो
घर का जो पानी है उसकी निकासी पश्चिम दिशा की तरफ ना हो. यदि ऐसा होता है तो घर के किसी ना किसी सदस्य को लंबी बीमारी से लड़ना पड़ता है और बीमारी घर का पीछा नहीं छोड़ती है.
अपनी फ्री कुंडली पाने के लिए यहां क्लिक करें
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)