अद्भुत! ब्रह्मांड अपने इस रूप में कैसे आया, दूसरे सबसे तेज सुपरकंप्यूटर ने सिमुलेशन चलाकर दिखाया
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अद्भुत! ब्रह्मांड अपने इस रूप में कैसे आया, दूसरे सबसे तेज सुपरकंप्यूटर ने सिमुलेशन चलाकर दिखाया

Largest Simulation Of The Universe: दुनिया के दूसरे सबसे तेज सुपरकंप्यूटर Frontier ने ब्रह्मांड का अब तक का सबसे बड़ा सिमुलेशन रन करके दिखाया है.

अद्भुत! ब्रह्मांड अपने इस रूप में कैसे आया, दूसरे सबसे तेज सुपरकंप्यूटर ने सिमुलेशन चलाकर दिखाया

Science News in Hindi: अमेरिका की मशहूर ओक रिज नेशनल लेबोरेटरी (ORNL) में दुनिया का दूसरा सबसे तेज सुपरकंप्यूटर - Frontier - रखा है. 1.1 exaFLOPS की स्पीड वाला यह सुपरकंप्यूटर हर एक सेकेंड में 1.1 क्विंटिलियन (1,100,000,000,000,000,000) फ्लोटिंग-प्वाइंट ऑपरेशंस अंजाम दे सकता है. वैज्ञानिकों के इशारे पर Frontier ने ब्रह्मांड का अब तक का सबसे जटिल कंप्यूटर सिमुलेशन तैयार किया है. इस सिमुलेशन का मकसद 'ब्रह्मांडीय हाइड्रोडायनैमिक्स' को समझना है.

खास तरह के कोड पर चलता है सिमुलेशन

अमेरिका के ऊर्जा विभाग की एक टीम ने सलमान हबीब के नेतृत्व में Frontier के हार्डवेयर/हाइब्रिड एक्सीलेरेटेड कॉस्मोलॉजी कोड (HACC) का इस्तेमाल किया. 15 साल पहले बनाया गया HACC ब्रह्मांड के विकास का मॉडल है. इसका कोड कुछ इस तरह लिखा गया है कि इसे किसी भी समय के सबसे तेज सुपरकंप्यूटर के हिसाब से मॉडिफाई किया जा सकता है.

HCC को पहले पेटास्केल वाले सुपरकंप्यूटर्स पर लगाया गया था. लेकिन पहले के सिमुलेशंस केवल 'गुरुत्वाकर्षण' को फैक्टर-इन करते थे. वे सुपरकंप्यूटर इतने ताकतवर नहीं थे कि अन्य बलों या प्रभावों को समाहित कर सकें. इसी वजह से Frontier को चुना गया.

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ब्रह्मांड का सबसे बड़ा सिमुलेशन

खगोल विज्ञान के मानक मॉडल के अनुसार, ब्रह्मांड में सामान्य पदार्थ - यानी जिससे हम और हम बने हैं या हमें जो कुछ भी नजर आता है - 5 प्रतिशत से भी कम है. ब्रह्मांड का अधिकांश भाग दो रहस्यमय चीजों- डार्क मैटर और डार्क एनर्जी से बना माना जाता है.

हबीब के अनुसार, 'अगर हमें यह जानना है कि ब्रह्मांड किस चीज से बना है तो हमें इन दोनों चीजों (डार्क मैटर और डार्क एनर्जी) को सिमुलेट करना होगा... गुरुत्वाकर्षण को भी लेना होगा... साथ ही साथ अन्य फिजिक्स जिसमें गर्म गैस, तारों, आकाशगंगाओं और ब्लैक होल का निर्माण... सबको शामिल करना होगा.'

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HACC को Frontier पर रन कराए जाने से जो सिमुलेशंस तैयार किए गए, वे वैज्ञानिकों के बड़े काम आने वाले हैं. इनकी मदद से वैज्ञानिक अपने कॉस्मोलॉजिकल मॉडल की जांच कर सकते हैं. इन सिमुलेशंस की असल खोजों से तुलना करके यह पता लगाया जा सकता है कि कौन सा मॉडल सही बैठता है.

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दुनिया का सबसे तेज सुपरकंप्यूटर

AMD की वेबसाइट के अनुसार, Frontier नवंबर 2024 तक दुनिया का सबसे तेज सुपरकंप्यूटर था. उसी महीने, लॉरेंस लिवमोर नेशनल लेबोरेटरी (LLNL) में रखा El Capitan शुरू हुआ और वह दुनिया का सबसे तेज सुपरकंप्यूटर (1.742 exaFLOPS) बन गया. 

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