'लापता' ब्लैक होल आखिर कहां छिपे हैं? वैज्ञानिकों ने सुलझा ही डाली ब्रह्मांड की यह गुत्थी!
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'लापता' ब्लैक होल आखिर कहां छिपे हैं? वैज्ञानिकों ने सुलझा ही डाली ब्रह्मांड की यह गुत्थी!

Primordial Black Holes: वैज्ञानिकों को लगता था कि बिग बैंग के फौरन बाद बने तमाम छोटे-छोटे ब्लैक होल बने थे. लेकिन ये आदिकालीन ब्लैक होल आखिर हैं कहां?

'लापता' ब्लैक होल आखिर कहां छिपे हैं? वैज्ञानिकों ने सुलझा ही डाली ब्रह्मांड की यह गुत्थी!

Black Hole News: ब्रह्मांड के शुरुआती दिनों में छोटे ब्लैक होल्स की संख्या अनुमान से काफी कम रही होगी. एक नए अध्ययन में यह दावा किया गया है. नई स्टडी से ब्रह्मांड में मौजूद डार्क मैटर का रहस्य और उलझ गया है. लघु ब्लैक होल या आदिकालीन ब्लैक होल (PBHs) वे ब्लैक होल होते हैं जिनके बारे में माना जाता है कि वे बिग बैंग के ठीक बाद बने थे. भौतिक विज्ञान के प्रमुख सिद्धांतों के अनुसार, सिक्कों के आकार की विलक्षणताएं मोटी, गर्म गैस के तेजी से ढहने वाले क्षेत्रों से अस्तित्व में आईं.

अनंत सघन स्पेस-टाइम के इन खंडों के आधार पर ही कई वैज्ञानिक डार्क मैटर की व्याख्या करते हैं. डार्क मैटर वह रहस्यमयी चीज है जो नजर न आने के बावजूद ब्रह्मांड को कहीं ज्यादा भारी बनाती है. डार्क मैटर की इस व्याख्या में एक बड़ी परेशानी है. वह यह कि वैज्ञानिकों ने आज तक किसी आदिकालीन ब्लैक होल को नहीं देखा है. नई स्टडी में, रिसर्चर्स ने इस गुत्थी को सुलझाने की कोशिश की है. यह स्टडी 29 मई को 'फिजिकल रिव्यू लेटर्स' जर्नल में छपी है.

नई स्टडी में क्या संभावना जाहिर की गई?

रिसर्चर्स के मुताबिक, पिछले मॉडलों ने जो अनुमान लगाए थे, आधुनिक ब्रह्मांड शायद उनसे कहीं कम आदिकालीन ब्लैक होल के साथ बना हो. स्टडी के लीड ऑथर जेसन क्रिस्टियानो ने कहा, 'कई शोधकर्ताओं का मानना है कि वे (आदिकालीन ब्लैक होल) डार्क मैटर के लिए एक मजबूत उम्मीदवार हैं, लेकिन इस सिद्धांत को संतुष्ट करने के लिए उनमें से बहुतों की जरूरत पड़ेगी.'

जेसन के मुताबिक, 'वे (आदिकालीन ब्लैक होल) अन्य कारणों से भी रोचक हैं. ग्रेविटेशनल वेव एस्ट्रोनॉमी की हालिया खोज के बाद, बाइनरी ब्लैक होल के विलयों को पता चला है, जिसे तभी समझाया जा सकता है जब बड़ी संख्या में PBHs मौजूद हों. लेकिन इन मजबूत कारणों के बावजूद, हमने प्रत्यक्ष रूप से कोई (PBH) नहीं देखा है, और अब हमारे पास एक मॉडल है जो यह बताएगा कि ऐसा क्यों है.'

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क्यों नहीं हो पाई आदिकालीन ब्लैक होल्स की खोज?

बिग बैंग सिद्धांत के अनुसार, ब्रह्मांड की उत्पत्ति 13.8 बिलियन साल पहले हुए थी. डार्क एनर्जी नाम की अदृश्य ताकत के चलते युवा ब्रह्मांड में बाहर की ओर विस्फोट हुआ. जैसे-जैसे ब्रह्मांड का आकार बढ़ा, सामान्य पदार्थ जो पदार्थ से प्रतिक्रिया करता है, वह अदृश्य डार्क मैटर के गुच्छों के चारों तरफ जमा जिससे शुरुआती आकाशगंगाएं बनीं. अब वैज्ञानिकों का मानना है कि ब्रह्मांड का सिर्फ 5% हिस्सा सामान्य पदार्थ है, डार्क मैटर 25% है और 70 प्रतिशत हिस्सा डार्क एनर्जी से बना है.

कुछ वैज्ञानिकों को लगता है कि हम अभी तक आदिकालीन ब्लैक होल्स को इसलिए नहीं ढूंढ पाए हैं क्योंकि हमें नहीं मालूम उन्हें खोजना कैसे है. हालांकि , क्वांटम फील्ड थ्योरी पर बने एक मॉडल के इस्तेमाल से, नई स्टडी में रिसर्चर्स इस नतीजे पर पहुंचे कि हम कोई भी आदिम ब्लैक होल नहीं खोज सकते क्योंकि उनमें से अधिकांश वहां मौजूद ही नहीं हैं. 

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