Nasa Artemis Mission: नासा ने मानवयुक्त आर्टेमिस मिशन 2 की समय सीमा में बदलाव किया है. इस मिशन में इंसानों को चांद पर भेजा जाना है. पहले यह मिशन इस साल के अंत में भेजा जाना था. हालांकि तकनीकी और सुरक्षा कारणों से समय में बदलाव करने का फैसला लिया गया.
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Artemis Mission Latest News:नासा ने चंद्रमा पर उतारने के अपने मानवयुक्त आर्टेमिस मिशन को 2026 तक के लिए टाल दिया है. इस प्रोग्राम के तहत चंद्रमा की सतह पर पहली महिला और पहले अश्वेत व्यक्ति को भेजने की योजना है.अब आर्टेमिस 2 के लिए सितंबर 2025 को का लक्ष्य तय किया है. इस मिशन में अंतरिक्ष यात्री चंद्रमा की कक्ष में चक्कर लगाएंगे. वहीं आर्टेमिस 3 के लिए सितंबर 2026 का लक्ष्य रखा गया है, इसमें चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास अंतरिक्ष यात्रियों को उतारने की योजना है. इसके साथ ही चंद्रमा पर गेटवे अंतरिक्ष स्टेशन का पहला मिशन आर्टेमिस 4 के लिए 2028 के समय लक्ष्य में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
स्पेस यात्रियों की सुरक्षा अहम
नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने कहा कि आर्टेमिस 1 मिशन से बहुत कुछ सीखने को मिला है. इससे सौर मंडल के बारे में बेहतरीन समझ विकसित करने में मदद मिलेगी. आर्टेमिस 2 के समय में बदलाव की बड़ी वजह चालक दल की सुरक्षा को पुख्ता करना है. ओरियन अंतरिक्ष यान पर सवार चालक दल के साथ पहले आर्टेमिस उड़ान परीक्षण के रूप में, मिशन अंतरिक्ष यात्रियों का समर्थन करने के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण पर्यावरण नियंत्रण और जीवन समर्थन प्रणालियों का परीक्षण करेगा. आर्टेमिस 1 के दौरान अंतरिक्ष यान की हीट शील्ड से चार परत के टुकड़ों की अप्रत्याशित नुकसान की जांच की जा रही है जिसके अक्टूबर तक समाप्त होने की उम्मीद है.
आर्टेमिस-2 के बाद ही अगला मिशन
नासा ने कहा कि आर्टेमिस 3 के लिए नई टाइमलाइन आर्टेमिस 2 के अपडेटेड कार्यक्रम के हिसाब से है. जिसके जरिए आर्टेमिस 2 में जो भी खामियां मिलेंगी उसे अगले मिशन में दूर किया जाएगा. नासा मुख्यालय में एक्सप्लोरेशन सिस्टम डेवलपमेंट मिशन निदेशालय के कैथरीन कोर्नर ने कहा कि हम भविष्य के चंद्रमा मिशनों के लिए जोखिम को कम करने के लिए आर्टेमिस 2 उड़ान परीक्षण और उसके बाद आने वाली प्रत्येक उड़ान का उपयोग करेंगे. यही नहीं आर्टेमिस मानव लैंडिंग सिस्टम मुहैया कराने वाले स्पेसएक्स और ब्लू ओरिजिन दोनों से कहा है कि मौजूदा कांट्रैक्ट के हिस्से के रूप में आने वाले समय के लिए बदलावों के लिए लागू करना शुरू करें ताकि बाद के मिशनों पर संभावित रूप से बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जा सके.