वैज्ञानिकों के नए रिसर्च से सौरमंडल (Solar System) के खत्म होने का समय पता चला है. वैज्ञानिकों बताया नए सिम्यूलेशन्स के अनुसार, हमारे सौरमंडल (Solar System) के ग्रहों को खत्म होने में केवल 100 अरब साल का समय लगेगा.
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नई दिल्ली: सौरमंडल (Solar System) को लेकर कई अध्ययन किए गए हैं, जिसमें वैज्ञानिकों को नई-नई जानकारियां मिलीं. सौरमंडल के खत्म होने को लेकर यही कहा जाता रहा है कि इसके खत्म होने में बहुत ज्यादा समय है. वैज्ञानिकों ने ये आंकलन कर बताया था कि सौरमंडल का अंत कैसे हो जाएगा.
ताजा अध्ययन से पता चला है कि सौरमंडल के बारे में जितना सोचा था उससे पहले ही अंत हो जाएगा. सबसे अंत में सूर्य खत्म होगा. उस समय वह सिकुड़कर एक वामन तारा हो जाएगा और धीरे धीरे उसकी ऊष्मा खत्म होने के बाद वह एक मृत ठंडी चट्टान में बदल जाएगा. इसमें हजारों खरबों साल लगेंगे, लेकिन उससे पहले सौरमंडल (Solar System) के बाकी हिस्सों का अंत हो चुका होगा.
न्यूटन ने लगाया था अनुमान
नए सिम्यूलेशन्स के अनुसार, हमारे सौरमंडल (Solar System) के ग्रहों को खत्म होने में केवल 100 अरब साल का समय लगेगा. खगोलविद और भौतिकविद सौरमंडल के अंत के बारे में कई सालों से जानने की कोशिश में लगे हैं.
नए शोध में लॉस एंजेलिस कैलिफोर्निया यूनिवर्सटी केखगोलविद जोन जिंक, मिशिगन यूनिवर्सिटी के खगोलविद (Astronomer) फ्रेड एडम्स और कैल्टेक के कोन्सटैनटिन बैटिजिन ने लिखा है किएस्ट्रोफिजिक्स के सबसे पुरानी पड़तालों में से एक है हमारे सौरमंडल के लंबे समय तक के स्थायित्व को समझना था. यहां तक की न्यूटन ने भी यह जानने की थी.
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कैसे होगा सौरमंडल का अंत
किसी गतिशील सिस्टम में जब बहुत सारे पिंड शामिल होते हैं जो एक दूसरे से अंतरक्रिया करते हैं. तो सिस्टम और ज्यादा जटिल हो जाता है. ऐसे सिस्टम का पूर्वानुमान लगाना बहुत मुश्किल हो जाता है. इसे एन बॉडी प्रॉब्लम कहा जाता है. सौरमंडल की कक्षाओं के पिछले समय के कुछ पैमानों पर निश्चित अनुमान लगाना नामुमकिन है.
50 लाख साल से लेकर करोड़ साल के बाद इसकी निश्चितता पूरी तरह से खत्म हो जाती है. लेकिन अगर हम यह पता लगा सके कि हमारे सौरमंडल के अंत में क्या होगा तो यह भी पता चल सकता है कि ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति कैसे हुई थी. साल 1999 में खगोलविदों ने पूर्वानुमान लगाया कि सौरमंडल धीरे धीरे कम से कम एक अरब-अरब सालों में बिखर जाएगा.
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5 अरब साल बाद बदलने लगेगा सूर्य का रंग
यह गुरु और शनि के ऑर्बिटल रेजोनेस (Orbital resonance) को अलग करने में समय लगेगा. अब जिंक की टीम के अनुसार सौरमंडल को जल्दी बिखरा सकते हैं. इस अध्ययन के मुताबिक सूर्य 5 अरब साल बाद पहले लाल बड़े पिंड में बदलेगा और बुध, शुक्र और पृथ्वी को निगल लेगा. अगले 50 अरब साल बाद अंतिम ग्रह भी सौरमंडल से अलग होगा और 100 अरब साल बाद सूर्य भी खत्म हो जाएगा.