Science News in Hindi: ब्रह्मांड तमाम रहस्यों से भरा पड़ा है. हम अभी तक इससे बनने और आगे बढ़ने से जुड़े तमाम राज नहीं जान पाए हैं. विज्ञान ने जितनी तरक्की की है, उसके आधार पर ब्रह्मांड का सबसे मजबूत पदार्थ पृथ्वी पर नहीं, हमारी कल्पना से भी परे, बेहद शक्तिशाली 'न्यूट्रॉन तारों' (Neutron Stars) में बनता है. इस पदार्थ को 'न्यूक्लियर पास्ता' (Nuclear Pasta) कहा जाता है. यह पदार्थ स्टील से लगभग 10 अरब गुना ज्यादा ताकतवर होता है. न्यूक्लियर पास्ता के अध्ययन से वैज्ञानिक यह समझ सकते हैं कि पदार्थ किस हद तक संकुचित हो सकता है और उसकी सीमा क्या है. आखिर यह पदार्थ आखिर क्या है? यह कैसे बनता है, और इसकी ताकत का रहस्य क्या है? आइए, समझते हैं.
- न्यूट्रॉन स्टार: न्यूट्रॉन तारे ब्रह्मांड की सबसे घने पिंड माने जाते हैं. कोई न्यूट्रॉन तारा तब बनता है जब एक बड़ा तारा सुपरनोवा (Supernova) विस्फोट के बाद अपने केंद्र में सिमट जाता है. इस प्रक्रिया में, पदार्थ इतना घना हो जाता है कि इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन मिलकर न्यूट्रॉन में बदल जाते हैं. न्यूट्रॉन स्टार का व्यास केवल 20 किलोमीटर तक हो सकता है, लेकिन इसका द्रव्यमान सूर्य से भी अधिक होता है. इस कारण इसका गुरुत्वाकर्षण और घनत्व अत्यधिक होता है. न्यूट्रॉन स्टार के भीतर, पदार्थ इतने घनत्व में होता है कि इसकी स्टडी के लिए वैज्ञानिकों को विशेष सिद्धांतों और कंप्यूटर सिमुलेशन का सहारा लेना पड़ता है.
- न्यूक्लियर पास्ता: न्यूट्रॉन तारे के कोर में मौजूद पदार्थ को 'न्यूक्लियर पास्ता' कहते हैं. यह नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि यह पदार्थ अलग-अलग आकार की संरचनाएं बनाता है, जैसे कि लेजेग्ने, स्पेगेटी, और ग्नोच्ची. ये संरचनाएं न्यूट्रॉन और प्रोटॉन से बनी होती हैं, जो न्यूट्रॉन स्टार के भीतर अत्यधिक दबाव के कारण जटिल पैटर्न में व्यवस्थित हो जाती हैं. न्यूक्लियर पास्ता की ताकत का रहस्य इसकी संरचना में है. इसमें न्यूक्लियर बल (Nuclear Force) इतनी मजबूती से काम करता है कि इसे तोड़ने के लिए अपार ऊर्जा की आवश्यकता होती है. वैज्ञानिकों का अनुमान है कि न्यूक्लियर पास्ता को तोड़ने के लिए 10 अरब गुना ताकतवर बल की जरूरत होगी, जितना कि स्टील को तोड़ने में लगता है.
- यह पदार्थ कैसे बनता है: न्यूक्लियर पास्ता न्यूट्रॉन स्टार के बाहरी कोर और अंदरूनी क्रस्ट (Crust) के बीच बनता है. यहां दबाव और तापमान इतने ज्यादा होते हैं कि न्यूट्रॉन और प्रोटॉन आपस में मिलकर जटिल संरचनाएं बनाते हैं. न्यूक्लियर पास्ता की संरचना न्यूट्रॉन स्टार के घनत्व और तापमान पर निर्भर करती है. जैसे-जैसे स्टार का घनत्व बढ़ता है, वैसे-वैसे यह पदार्थ और जटिल होता जाता है. यह न केवल न्यूट्रॉन स्टार को स्थिरता प्रदान करता है, बल्कि इसके अंदर होने वाली भौतिक प्रक्रियाओं को भी प्रभावित करता है.
- कैसे मापी गई इसकी ताकत: न्यूक्लियर पास्ता की ताकत को सीधे तौर पर मापना संभव नहीं है, क्योंकि इसे पृथ्वी पर बनाना असंभव है. वैज्ञानिकों ने कंप्यूटर सिमुलेशन और मैथमेटिकल मॉडल के जरिए इसकी स्टडी की है. इन सिमुलेशनों में यह देखा गया कि न्यूक्लियर पास्ता की संरचना को तोड़ने के लिए कितनी ऊर्जा की आवश्यकता होगी. परिणाम बताते हैं कि यह पदार्थ स्टील से 10 अरब गुना ज्यादा मजबूत है. इसका मतलब है कि अगर इसे तोड़ने की कोशिश की जाए, तो यह पृथ्वी पर मौजूद किसी भी सामग्री से ज्यादा प्रतिरोध करेगा.
- क्यों अहम: न्यूक्लियर पास्ता की स्टडी केवल इसकी अतुलनीय मजबूती के चलते ही नहीं की जाती, यह ब्रह्मांड की भौतिकी को समझने में भी मदद करता है. न्यूक्लियर पास्ता की संरचना न्यूट्रॉन स्टार के अंदर की प्रक्रिया को प्रभावित करती है. यह न्यूट्रॉन स्टार के टकराव के दौरान उत्पन्न होने वाली गुरुत्वाकर्षण तरंगों को भी प्रभावित कर सकती है. इन तरंगों का अध्ययन करके वैज्ञानिक ब्रह्मांड के विकास के बारे में अहम जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
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