Science News: अंतरिक्ष मौसम के विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि सूर्य अपने सबसे विस्फोटक चरण 'बैटल जोन' में पहुंच रहा है. इसमें सूर्य की गतिविधियां अपने चरम पर होंगी.
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Science News in Hindi: अंतरिक्ष एजेंसियों ने आधिकारिक रूप से सौर अधिकतम के शुरू होने की घोषणा कर दी है. यह 12 वर्षीय सौर चक्र के सबसे विस्फोटक चरणों में से एक है. लेकिन, कुछ वैज्ञानिकों ने चेताया है कि सौर गतिविधियां वास्तव में इस चरण के पूरे होने और हमारे सौर 'बैटल जोन' में प्रवेश करने तक चरम पर नहीं होंगी. एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है कि सूर्य का 'बैटल जोन' पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले उपग्रहों के लिए विनाशकारी हो सकता है.
सौर चक्र क्या है?
सूर्य के 11 वर्षीय सौर चक्र के बारे में अधिकतर लोग जानते हैं. इस दौरान, सूर्य पर सनस्पॉट (सतह पर नजर आने वाले काले-काले धब्बे) नजर आते हैं. सौर अधिकतम, सौर चक्र या सनस्पॉट चक्र की वह अवधि है, जब सूर्य पर दिखाई देने वाले काले धब्बों की संख्या चरम पर होती है. इस दौरान, सूर्य की सतह से शक्तिशाली सौर फ्लेयर्स फटते हैं और पृथ्वी पर आवेशित कणों के बादल फेंकते हैं, जिससे तेज भू-चुंबकीय तूफान पैदा होते हैं जो रात के आसमान में रंगीन ऑरोरा बनाते हैं.
Whipping by at speeds over one million miles per hour, the solar wind is all around us — filling “empty” space from the center of our solar system to its very edges.
Learn more about the celestial breeze driving weather in space: https://t.co/KPjQqQJXsP pic.twitter.com/Nm6EUyA2kx
— NASA Sun & Space (@NASASun) November 25, 2024
इस सौर चक्र के आधे समय में, सूर्य का चुंबकीय क्षेत्र पूरी तरह से पलट जाता है, जिससे सनस्पॉट और सौर गतिविधि में आखिरकार कमी आती है जब तक कि हम 'सौर न्यूनतम' तक नहीं पहुंच जाते और अगला सौर चक्र शुरू नहीं हो जाता.
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सूर्य का 'हेल चक्र'
इसके अलावा, सूर्य में 22-वर्षीय 'हेल चक्र' भी होता है, जो कि हमारे तारे के चुंबकीय क्षेत्र को पलटने और फिर वापस पलटने में लगने वाला समय है. इस लंबे चक्र के दौरान, चुंबकत्व के बड़े बैंड, जिन्हें हेल चक्र बैंड कहा जाता है, सूर्य के ध्रुवों पर उभरते हैं और धीरे-धीरे सूर्य के भूमध्य रेखा की ओर पलायन करते हैं. ये सूर्य के व्यापक चुंबकीय क्षेत्र से स्वतंत्र होते हैं.
Happy #SunDay! This week’s space weather report includes:
· 9 M-class flares
· 3 C-class flares
· 35 coronal mass ejections
· 0 geomagnetic stormsThis video from NASA’s Solar Dynamics Observatory shows the week’s activity. pic.twitter.com/vJyt4B0k75
— NASA Sun & Space (@NASASun) November 17, 2024
हर सौर अधिकतम के दौरान सूर्य के दोनों गोलार्धों में एक नया बैंड उभरता है और अगले सनस्पॉट चक्र के अंत तक बना रहता है, जब बैंड सूर्य के भूमध्य रेखा तक पहुँचते हैं और गायब हो जाते हैं जिसे रिसर्चर्स 'सोलर टर्मिनेटर' घटना कहते हैं.
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सूर्य का 'बैटल जोन'
बैटल जोन, लिंकर स्पेस द्वारा दिया गया एक नया टर्म है. इसका इस्तेमाल उस अवधि को बताने करने के लिए किया जाता है, जब दो हेल चक्र बैंड सूर्य के प्रत्येक गोलार्ध में 'प्रभुत्व के लिए होड़' कर रहे होते हैं. 'बैटल जोन' सौर चक्र का वह चरण है जिस पर वैज्ञानिकों ने ज्यादा स्टडी नहीं की है. इस दौरान, सूर्य पर विशाल कोरोनाल छेद उभर आते हैं. इन छेदों की संख्या पिछले सौर चक्र के बाद से तेजी से बढ़ी है.
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क्यों खतरनाक है?
बैटल जोन, सौर अधिकतम से कहीं अधिक खतरनाक माना जाता है. इसके दो कारण हैं: पहला- सौर अधिकतम के बाद कई सालों तक सूर्य से निकलने वाले सौर ज्वालाओं की संख्या अधिक रहती है, यानी पृथ्वी पर भी उतने ही सौर तूफान आते हैं जितने अभी आते हैं. दूसरा- हेल चक्र बैंड के बीच चुंबकीय रस्साकशी से कोरोनल होल बनते हैं - सूर्य के चुंबकीय क्षेत्र द्वारा बनाए गए विशाल काले धब्बे जो सूर्य के कोरोना या बाहरी वायुमंडल से बाहर निकलते हैं.
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कोरोनल होल खतरनाक होते हैं क्योंकि वे सौर हवा के छोटे और अत्यधिक झोंके पैदा कर सकते हैं - सूर्य द्वारा निष्कासित आवेशित कणों की निरंतर धारा. दिसंबर 2023 में, 60 पृथ्वी से भी बड़े एक कोरोनल होल ने हम पर सौर हवा की बौछार की. 2022 में, एक कोरोनल होल ने सौर हवा में एक 'गैप' बनाया, जो इतना बड़ा था कि इसने मंगल के वायुमंडल को कुछ समय के लिए 'उड़ा' दिया.