NASA News In Hindi: कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक सर्वर रूप में लगी कूलिंग वाटर लाइन का पाइप क्या फटा, NASA में बैठे वैज्ञानिकों के कान खड़े हो गए.
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Science News in Hindi: वैज्ञानिक अगले कुछ दिनों तक NASA की सोलर डायनैमिक्स ऑब्जर्वेटरी (SDO) और IRIS स्पेसक्राफ्ट के डेटा को प्रोसेस नहीं कर पाएंगे. वजह है उन सैटेलाइट्स से हजारों किलोमीटर दूर, धरती पर एक छोटे से पाइप का फट जाना. महज 10 सेंटीमीटर चौड़ा यह पाइप स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के सर्वर रूम की कूलिंग वाटर लाइन में लगा था. यहीं पर SDO का ज्वॉइंट साइंस ऑपरेशंस सेंटर (JSOC) है. 26 नवंबर को पाइप फट जाने से इमारत में पानी भर गया. वहां रखी मशीनों को खासा नुकसान पहुंचा है.
मरम्मत में कितना समय लगेगा?
JSOC टीम के सदस्यों ने 27 नवंबर को दिए अपडेट में कहा, 'इमारत में भारी बाढ़ आ गई और उस लैब को बहुत नुकसान हुआ, जहां हेलियोसिस्मिक और मैग्नेटिक इमेजर (HMI) और वायुमंडलीय इमेजिंग एरे (AIA) उपकरण और IRIS स्पेसक्राफ्ट से डेटा को प्रोसेस और डिस्ट्रीब्यूट करने वाली मशीनें हैं.'
टीम के मुताबिक, अभी यह साफ नहीं है कि नुकसान के आकलन, उपकरणों की मरम्मत और पूरी तरह रिकवरी में कितना समय लगेगा. उन्होंने यह जरूर कहा कि नुकसान काफी ज्यादा है और (मरम्मत) 2025 से पहले नहीं हो पाएगी.
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अंतरिक्ष में सही सलामत हैं दोनों स्पेसक्राफ्ट
HMI और AIA, SDO के तीन में दो वैज्ञानिक उपकरण हैं. JSOC से मिले अपडेट के मुताबिक, उसका तीसरा उपकरण- एक्सट्रीम अल्ट्रावायलेट वैरायबिलिटी एक्सपेरिमेंट (EVE) - हालिया बाढ़ से प्रभावित नहीं हुआ है. सर्वर रूम में पानी भरने से तात्कालिक रिसर्च भले ही ठप पड़ गई हो, लेकिन SDO और IRIS, दोनों ही पृथ्वी की कक्षा में सही-सलामत हैं.