भारत और पाकिस्तान (India vs Pakistan) के बीच आखिरी द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज 2012 में खेली गई थी.
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न्यूयॉर्क: भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पाकिस्तान (Pakistan) के साथ क्रिकेट रिश्तों को फिर शुरू करने की किसी भी कोशिश का विरोध किया है. एस. जयशंकर (S. Jaishankar) ने कहा कि यह संभव नहीं है कि पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन करता रहे और भारत उसके साथ क्रिकेट खेलने को राजी हो जाए. भारत और पाकिस्तान (India vs Pakistan) के बीच आखिरी द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज 2012 में खेली गई थी. हालांकि, दोनों देश आईसीसी (इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल) या एसीसी (एशियन क्रिकेट काउंसिल) के टूर्नामेंट में एकदूसरे का सामना करते रहे हैं.
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, ‘दो देशों के रिश्ते ऐसे तो नहीं हो सकते. क्या यह संभव है कि एक देश आतंकवाद का समर्थन करता रहे. वह आत्मघाती हमलावर भेजता रहे. हिंसा को बढ़ावा देता रहे. और आप कहें कि चलो टी-ब्रेक लेकर थोड़ी सी क्रिकेट खेल ले लेते हैं.’
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विदेश मंत्री ने भारत में उरी, पठानकोट और पुलवामा में हुए आतंकी हमले का जिक्र भी किया. उन्होंने कहा, ‘हमारे देश में लोकतंत्र है, जिसमें आपको भावनाओं की कद्र करनी होती है. ऐसे में हम यह संदेश नहीं दे सकते कि तुम (पाकिस्तान) रात के अंधेरे में आतंक फैलाओ और दिन के उजाले में व्यापार करो.’
एस. जयशंकर ने कहा कि रियल लाइफ में खुद को मुद्दों से अलग रख पाना बहुत मुश्किल है. भारत काउंटर टेरर अटैक की दिशा में काम करता रहा है और दुनिया को इस बात के लिए समझाने में लगा है कि सबलोग इस मसले पर साथ आएं.
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पाकिस्तान की आलोचना करते हुए एस. जयशंकर ने कहा, ‘दुनिया के कई हिस्सों में आतंकवाद है. लेकिन दुनिया में ऐसा कोई देश नहीं है, जो आतंकवाद को अपने पड़ोसी देश के खिलाफ किसी उद्योग की तरह इस्तेमाल करता हो.’ यह एक हफ्ते में दूसरा मौका है, जब भारतीय विदेश मंत्री ने पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाई है.