धोनी के समर्थन में आया उनका 'दुश्मन', आलोचकों को लगाई फटकार
Advertisement
trendingNow1350464

धोनी के समर्थन में आया उनका 'दुश्मन', आलोचकों को लगाई फटकार

गंभीर ने कहा कि, ''उन्होंने जो भारतीय टीम के लिए किया, बहुत सारे लोग वे चीजें नहीं कर पाएं. उन्होंने टीम की लड़खड़ाती हालत में उसको संभाला है.''

टीम से बाहर चल रहे गौतम गंभीर ने दिया धोनी का साथ (File Photo)

नई दिल्ली : भारतीय टीम से बाहर चल रहे खिलाड़ी गौतम गंभीर भी अब महेंद्र सिंह धोनी के पक्ष में खड़े हो गए हैं. कभी गौतम गंभीर को धोनी का सबसे बड़ा 'दुश्मन' कहा जाता था. ऐसे में गौतम गंभीर ने धोनी की आलोचना करने वालों को करारा जवाब दिया है. राजकोट में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए दूसरे टी-20 मैच के बाद से धोनी की जमकर आलोचना हो रही है. इस मैच में धोनी ने काफी धीमा खेला था. ऐसे में हार के धोनी को सोशल मीडिया पर जमकर खरी-खोटी सुनाई गई. 

  1. धोनी ने राजकोट टी-20 में 37 गेंदों में 49 रन बनाए
  2. इस मैच में धोनी का स्ट्राइक रेट 80 था
  3. हार के बाद धोनी सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए

सोशल मीडिया ट्रोल अभी शांत भी नहीं हुआ था कि वीवीएस लक्ष्मण और अजित अगरकर ने भारत को टी-20 में धोनी का विकल्प ढूंढने का मशविरा दे डाला. इसके बाद तो क्रिकेट दिग्गजों और विशेषज्ञों में मानो बहस सी छिड़ गई है. 

वीवीएस लक्ष्मण और अगरकर के बाद सौरव गांगुली ने भी धोनी को टी-20 से संन्यास लेने की सलाह दे डाली तो वहीं, धोनी के पक्ष में कई लोग आ खड़े हुए. पूर्व क्रिकेट लीजेंड सुनील गावस्कर, वीरेंद्र सहवाह, कप्तान विराट कोहली, कोच रवि शास्त्री, सैयद किरमानी ने धोनी का आलोचना करने वालों को खूब खरी-खोटी सुनाई. 

अब धोनी और टी-20 की इस बहस के बीच गौतम गंभीर भी कूद पड़े हैं. गौतम गंभीर ने धोनी का साथ देते हुए कहा है कि, “हर समय धोनी की आलोचना करना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि जब उनकी तारीफ करनी होती है, तब कोई उनकी सराहना नहीं करता. लेकिन‌ जब कभी थोड़ी भी कमी दिखाई पड़ती है, तो आलोचना करने वालों की लंबी लाइन लग जाती है.''

गंभीर ने कहा कि, ''उन्होंने जो भारतीय टीम के लिए किया, बहुत सारे लोग वे चीजें नहीं कर पाएं. उन्होंने टीम की लड़खड़ाती हालत में उसको संभाला है. अच्छा वक्त तो संभालना आसान होता है, लेकिन जिस तरह वह बुरे दौर से निपटे, वह असाधारण है. खासकर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड (2011-12) के साथ हुए मैचों पर भी वह बेहद शांत थे, जैसे कि वह आमतौर पर रहते हैं. वह ज्यादा जज्बात जाहिर नहीं करते. मुझे लगता है कि इसके लिए ढेर सारा श्रेय माही को जाता है.”

fallback

उन्होंने आगे कहा कि, “मैं सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग और धोनी के मार्गदर्शन में खेला. मुझे लगता है कि सबसे ज्यादा मैंने धोनी की कप्तानी में खेल का आनंद लिया. हमने खूब मौज की. हम एक ही उम्र सीमा के आसपास के हैं. वह हमेशा मस्त रहते हैं. वह हर चीज को बेहद सामान्य रखा, जो कि सबसे अच्छी बात थी.

Trending news