Rajasthan vs Haryana, Final: विजय हजारे ट्रॉफी 2023 के फाइनल में राजस्थान को 30 रनों से हराकर हरियाणा ने पहली बार यह टूर्नामेंट जीता. रोमांचक मैच में राजस्थान के अभिजीत तोमर का शतक भी टीम को जीत नहीं दिला सका. अंकित कुमार-अशोक मेनारिया के बाद तेज गेंदबाज हर्षल पटेल ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए हरियाणा को फाइनल जिताने में अहम भूमिका निभाई.
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Haryana won first ever vijay hazare trophy trophy: विजय हजारे ट्रॉफी 2023 के खिताबी मैच में हरियाणा ने राजस्थान को 30 रनों से मात देकर ट्रॉफी जीती. इसके साथ ही इस टूर्नामेंट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब हरियाणा चैंपियन बना. पहले बल्लेबाजी करते हुए हरियाणा के अंकित कुमार(88 रन) और अशोक मेनारिया(70 रन) ने शानदार अर्धशतक लगाते हुए निर्धारित 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 287 रन बनाए. इसके जवाब में राजस्थान के ओपनर अभिजीत तोमर(106 रन) ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए शतक ठोका. इनके अलावा कुणाल सिंह राठौर ने 79 रन की पारी खेली, लेकिन ये दोनों ही बल्लेबाज राजस्थान को खिताब नहीं जिता सके. राजस्थान की टीम 48 ओवर में 257 रन पर ऑलआउट हो गई.
अभिजीत-कुणाल की मेहनत पर फिरा पानी
हरियाणा ने 50 ओवर में आठ विकेट पर 287 रन बनाए. राजस्थान की टीम भी ओपनर बल्लेबाज अभिजीत तोमर (129 गेंद में 106 रन) और कुणाल सिंह राठौड़ (65 गेंद में 79 रन) की बदौलत इस लक्ष्य के करीब बढ़ रही थी, लेकिन हर्षल पटेल (9 ओवर में 47 रन देकर तीन विकेट) ने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से दूसरे स्पैल में मैच का रुख ही बदल दिया. उन्होंने 5 ओवर के अपने दूसरे स्पेल में 16 रन देकर इन दोनों जमे हुए बल्लेबाजों के विकेट झटककर राजस्थान की उम्मीद तोड़ दी, जिससे पूरी टीम 48 ओवर में 257 रन पर सिमट गई.
— BCCI Domestic (@BCCIdomestic) December 16, 2023
सुमित कुमार की शानदार गेंदबाजी
हरियाणा के आल राउंडर सुमित कुमार (6 ओवर में 34 रन देकर तीन विकेट) की जितनी तारीफ की जाए, उतनी कम है. सुमित ने पहले 16 गेंद में तेजी से नाबाद 28 रन बनाने के बाद राजस्थान के टॉप ऑर्डर को बिखेर कर रख दिया. इसकी बदौलत उन्हें 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया. इतना ही नहीं वह 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' भी बने. उन्होंने टूर्नामेंट में निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए 100 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से 183 रन बनाने के अलावा 10 मैचों में 18 विकेट झटके.
अशोक मनेरिया की कप्तानी पारी
हरियाणा के कप्तान अशोक मनेरिया ने इस खिताबी मैच में कप्तानी पारी खेली. उन्होंने 70 रन की अर्धशतकीय पारी खेलकर टीम को एक अच्छे स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई. बल्ले से अच्छा प्रदर्शन करने के बाद उन्होंने अपने गेंदबाजों का बखूबी इस्तेमाल किया, जिसमें हर्षल को सही समय पर गेंदबाजी पर लगाना बेस्ट साबित हुआ. पारी की शुरूआत में ऑलराउंडर सुमित कुमार अपने पहले ही स्पैल में खतरनाक रहे.
12 रन पर राजस्थान के 3 विकेट गिरे
राजस्थान टीम की चेज करते हुए बेहद ही खराब शुरुआत रही. टीम के 12 रन के स्कोर पर 3 बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे. हरियाणा के ऑलराउंडर सुमित कुमार ने महीपाल लोमरोर (02) और कप्तान दीपक हुड्डा (0) को पवेलियन का रास्ता दिखाया, लेकिन सलामी बल्लेबाज तोमर को करण लांबा (20 रन) का साथ मिला. दोनों ने चौथे विकेट के लिए 68 रन जोड़े. करण लांबा के आउट होने के बाद हरियाणा का पलड़ा भारी रहा, लेकिन बाएं हाथ के बल्लेबाज कुणाल सिंह राठौड़ (65 गेंद में 79 रन) ने कुछ शानदार शॉट लगाकर अपनी टीम को दौड़ में बनाए रखा. उन्होंने तोमर के साथ मिलकर 121 रन की पार्टनरशिप की.
हर्षल पटेल ने पलट दी बाजी
हर्षल पटेल ने अपने दूसरे स्पैल में बाजी पूरी तरह से पलटकर रख दी. उन्होंने राजस्थान के दोनों सेट बल्लेबाजों को आउट कर दिया. तोमर इस तेज गेंदबाज की गेंद को मिड ऑफ पर बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में सुमित को कैच दे बैठे. राठौड़ लॉन्ग ऑफ पर कैच आउट हुए. इससे पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला करने वाली हरियाणा के लिए फॉर्म में चल रहे अंकित कुमार (91 गेंद में 88 रन) और अनुभवी कप्तान अशोक मनेरिया (96 गेंद में 70 रन) ने तीसरे विकेट के लिए 124 रन की पार्टनरशिप की. इनके अलावा ऑलराउंडर निशांत सिंधू (22 गेंद में 29 रन), राहुल तेवतिया (18 गेंद में 24 रन) और सुमित कुमार (16 गेंद में 28 रन) ने हरियाणा को 287 रन तक पहुंचाने में मदद की. राजस्थान के अनुभवी तेज गेंदबाज अनिकेत चौधरी (10 ओवर में 49 रन देकर चार विकेट) के अलावा लेग स्पिनर राहुल चाहर (9 ओवर में 39 रन देकर एक विकेट) ने भी अच्छी गेंदबाजी की.
(एजेंसी इनपुट के साथ)