India vs New Zealand: ऑकलैंड में शुक्रवार को पहले टी20 मैच में जीत के बाद रविवार को एक बार फिर टीम इंडिया को न्यूजीलैंड का सामना करना होगा.
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नई दिल्ली: टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड दौरे (India vs New Zealand) में पहले ही टी20 मैच में जीत दर्ज कर शानदार शुरुआत की है. अब तक न्यूजीलैंड में छह टी20 मैचों में से टीम इंडिया की यह दूसरी जीत थी. टीम इंडिया यह दोनों जीत ऑकलैंड में ही हासिल की है. अब पांच मैचों की टी20 सीरीज का दूसरा मैच भी ऑकलैंड में ही रविवार को खेला जाना है.
चुनौतीपूर्ण हालात में जीता मैच
जब टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया को बेंगलुरू में वनडे सीरीज के आखिरी मैच में हराने के अगले दिन ही न्यूजीलैंड रवाना हुई थी, तब लग रहा था कि जेट लेग, टाइम जोन के साथ मौसम में बदलाव, और हालातों में ढलने की चुनौती को पार पाना विराट कोहली की टोली के लिए शायद मुश्किल हो, लेकिन टीम इंडिया ने इन तमाम आशंकाओं को खारिज कर दिया.
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टीम इंडिया के हौसले बुलंद
पहले मैच में न्यूजीलैंड के दिए 204 रन के टारगेट को एक ओवर शेष रहते हासिल करने के बाद टीम इंडिया के हौसले के बुलंद हैं. तो वहीं मेजबान टीम भी ऑकलैंड में भारत के खिलाफ पहली टी20 जीत के लिए बेकरार है और पलटवार की तैयारी में जरूर होगी.
क्या हैं इस बार चुनौतियां
पहले मैच में टीम इंडिया भले ही जीत से उत्साहित हो, लेकिन टीम के लिए अब भी कई चुनौतियां हैं जिन पर उसे काबू पाना है. इसमें सबसे अहम गेंदबाजी विभाग है. पहले मैच में शार्दुल ठाकुर ने जहां 14.67 रन प्रति ओवर, और मोहम्मद शमी ने 13.25 रन प्रति ओवर की दर से रन दिए थे. शमी को तो कोई सफलता भी नहीं मिल सकी थी.
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फील्डिंग में सावधान रहने की जरूरत
केवल चहल और बुमराह ने इस मैच में थोड़ी बेहतर गेंदबाजी की थी, लेकिन टीम में गेंदबाजी विभाग को हर तरह से बेहतर होने की जरूरत है. इसके अलावा न्यूजीलैंड में फील्डिंग भी कई बार मैचों का नतीजा बदलने में अहम भूमिका निभाती रही है. ऐसे में विराट कोहली को इस मामले में भी सचेत रहने की जरूरत होगी.
बल्लेबाजी में यह जरूरत
बल्लेबाजी में रोहित शर्मा वापसी को बेताब हैं. पिछले साल उन्होंने यहां हाफ सेंचुरी लगाई थी. वहीं केएल, विराट और अय्यर एक बार फिर अपना प्रदर्शन दोहराना चाहेंगे. न्यूजीलैंड की टीम भी इस तरह के बदलाव करना चाहेगी. जहां टॉस एक बार फिर महती भूमिका निभाएगा तो वही दूसरी बार फील्डिंग करने वाली टीम के लिए लक्ष्य का बचाव करना एक बार फिर मुश्किल होगा.