Team India: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) आने वाले समय में कुछ कड़े नियम बनाने की तैयारी में है. ईशान किशन कहने के बावजूद मौजूदा रणजी ट्रॉफी सीजन में नहीं खेल रहे हैं, जिसके बाद अब BCCI ऐसे खिलाड़ियों के लिए कुछ नए नियम ला सकता है.
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Ishan Kishan: टीम इंडिया और घरेलू क्रिकेट में झारखंड के विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन का फर्स्ट क्लास क्रिकेट में नहीं खेलना और केवल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) पर फोकस करने के कारण भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) इस T20 लीग में खेलने के लिए रणजी ट्रॉफी के कुछ मैचों में खेलना अनिवार्य कर सकता है. पता चला है कि बीसीसीआई के अधिकारी पहले ही किशन को 16 फरवरी से जमशेदपुर में राजस्थान के खिलाफ होने वाले झारखंड के अंतिम लीग मैच में खेलने का निर्देश दे चुके हैं. बावजूद इसके किशन रणजी खेलने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं.
साउथ अफ्रीका दौरे से हुए थे बाहर
ईशान किशन बीते नवंबर-दिसंबर में साउथ अफ्रीका दौरे के बीच से स्वदेश लौट गए थे और इसके बाद उन्होंने कोई मैच नहीं खेला है. यह बीसीसीआई के अधिकारियों को नागवार गुजरा. यही नहीं, इस बीच उन्हें मुंबई इंडियंस के नए कप्तान हार्दिक पांड्या के साथ बड़ौदा में प्रैक्टिस करते हुए देखा गया, जबकि उनकी रणजी टीम झारखंड अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही थी.
BCCI ले सकता है कड़ा एक्शन
बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, 'बीसीसीआई के पॉलिसी मेकर इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि कुछ खिलाड़ी रेड बॉल क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं. अगर वह भारतीय टीम से बाहर हैं तो वह मुश्ताक अली T20 टूर्नामेंट के कुछ मैच में खेलकर उसके बाद फर्स्ट क्लास सीजन के दौरान अपनी राज्य की टीम से नहीं जुड़ते हैं.'
नहीं खेला रणजी तो भूल जाओ IPL!
BCCI अधिकारी ने आगे कहा, 'खिलाड़ियों को ऐसा करने से रोकने के लिए बोर्ड रणजी ट्रॉफी के 3-4 मैच में खेलना अनिवार्य कर सकता है. अगर खिलाड़ी ऐसा नहीं करता है तो वह आईपीएल में नहीं खेल सकता है और यहां तक कि अगर उनकी फ्रेंचाइजी ने उन्हें रिलीज कर दिया तो वह आईपीएल ऑक्शन में भाग नहीं ले सकते हैं.'
युवा खिलाड़ियो की मनमानी से खफा BCCI
अधिकारी ने कहा, 'राज्य इकाइयों का मानना है कि बीसीसीआई को इस संबंध में कुछ कड़े नियम बनाने चाहिए ताकि युवा खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी से दूरी न बनाएं.' यह भी पता चला है कि भारतीय टीम मैनेजमेंट ऐसे खिलाड़ियों से परेशान है जो फिट होने पर भी रणजी ट्रॉफी में नहीं खेलना चाहते हैं. अधिकारी ने आगे कहा, 'हम हार्दिक पांड्या का मामला समझ सकते हैं, क्योंकि उनकी बॉडी रेड बॉल क्रिकेट के कार्यभार को सहन नहीं कर सकती. वह टेस्ट क्रिकेट के कार्यभार को नहीं झेल सकते हैं और उनका ICC टूर्नामेंट्स के लिए फिट रहना भारत के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन कुछ अन्य युवा खिलाड़ी हैं जिनसे बात करने पर वह कहते हैं कि अभी वह अपनी फिटनेस पर काम कर रहे हैं. इसको रोकना होगा.'
(एजेंसी इनपुट के साथ)