प्रियंका चौधरी एक कामयाब प्रोफेशनल महिला रही हैं, लेकिन अब उन्होंने समाज सेवा को जिंदगी का मकसद बना लिया है.
प्रियंका चौधरी ने गाजियाबाद के कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी से बी.टेक की डिग्री हासिल की थी जिसके बाद वो आईटी प्रोफेशनल के तौर पर अपना करियर शुरू किया था. फिर वो बैंकिंग सेक्टर में जॉब करने नीदरलैंड चली गईं थीं.
सुरेश रैना और प्रियंका चौधरी बचपन से एक दूसरे को जानते थे, क्योंकि दोनों पड़ोस में ही रहते थे. 3 अप्रैल 2015 को सुरेश और प्रियंका शादी के बंधन में बंध गए थे. 2016 में प्रियंका ने बेटी को जन्म दिया, जिसका नाम ग्रेसिया रखा गया. इस कपल ने बेटी के नाम से ग्रेसिया रेना फाउंडेशन की शुरुआत की. इस एनजीओ का मकसद गरीब बच्चों की मदद करना है
इस एनजीओ का मकसद गरीब बच्चों की मदद करना है, इसके अलावा महिला सशक्तिकरण, नवजात शिशु से जुड़ी परेशानियों का हल करना, गर्भवती महिलाओं के बीच जारुकता, प्रेग्नेंसी के दौरान सही डाइट की जानकारी देना है
प्रियंका चौधरी के का मानना है कि सेवा और समर्पण के जरिए समाज में बदलाव लाया जा सकता है, उनके मुताबिक गरीब बच्चों की मदद करना बेहद जरूरी है.
सुरेश रैना आईपीएल और बाकी क्रिकेट टूर्नामेंट्स की वजह से बिजी रहते हैं, फाउंडेशन का ज्यादातर काम प्रियंका ही संभालतीं हैं, वो महिलाओं से मिलकर उनकी परेशानियां जानने की कोशिश करती है और उनकी सेवा के लिए हमेशा आगे रहती हैं. विदेश की नौकरी छोड़कर उन्होंने समाज सेवा को अपना मकसद बना लिया है.
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