भारत आज तक नहीं भूल पाया सचिन का ये बड़ा बलिदान, इस यादगार पारी के लिए दांव पर लगा दी थी अपनी जान
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भारत आज तक नहीं भूल पाया सचिन का ये बड़ा बलिदान, इस यादगार पारी के लिए दांव पर लगा दी थी अपनी जान

सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है. सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर के दौरान वनडे में 18,426 और टेस्ट में 15,921 रन बनाए हैं. सभी प्रारूपों को मिलाकर सचिन के नाम 100 अंतरराष्ट्रीय शतक हैं. सचिन तेंदुलकर ने करियर के दौरान अपनी सेहत की परवाह नहीं करते हुए भारत के लिए वर्ल्ड कप मैच खेला और टीम को जीत भी दिलाई.  

भारत आज तक नहीं भूल पाया सचिन का ये बड़ा बलिदान, इस यादगार पारी के लिए दांव पर लगा दी थी अपनी जान

सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है. सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर के दौरान वनडे में 18,426 और टेस्ट में 15,921 रन बनाए हैं. सभी प्रारूपों को मिलाकर सचिन के नाम 100 अंतरराष्ट्रीय शतक हैं. सचिन तेंदुलकर ने करियर के दौरान अपनी सेहत की परवाह नहीं करते हुए भारत के लिए वर्ल्ड कप मैच खेला और टीम को जीत भी दिलाई.  

भारत आज तक नहीं भूल पाया सचिन का ये बड़ा बलिदान

2003 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ सचिन तेंदुलकर की 98 रनों की धमाकेदार पारी सुर्खियों में रही. वह जांघ में खिंचाव के बावजूद क्रीज पर मजबूती से डटे रहे. लेकिन कम लोगों को ही पता है कि उस वर्ल्ड कप में सचिन ने गंभीर रूप से दस्त (डायरिया) से पीड़ित होने के बावजूद श्रीलंका के खिलाफ मैच में मैदान में उतरकर अपने स्वास्थ्य को जोखिम में डाला. 

इस यादगार पारी के लिए दांव पर लगा दी थी अपनी जान

पाकिस्तान और फिर श्रीलंका के खिलाफ मैच के दौरान इस भारतीय बल्लेबाज को जो परेशानी झेलनी पड़ी, उसके बारे में कम लोगों को ही पता है. श्रीलंका के खिलाफ मैच के दौरान सचिन दस्त से जूझ रहे थे और उससे निपटने के लिए उन्हें अंडरवियर में टिशू पेपर का इस्तेमाल करना पड़ा. सचिन ने श्रीलंका के खिलाफ मैच में 97 रन बनाए थे, जिसे भारतीय टीम ने 183 रनों से जीता था. इस वर्ल्ड कप में तेंदुलकर ने 673 रन बनाए थे, जो किसी भी खिलाड़ी का एक वर्ल्ड कप में सबसे अधिक रनों का रिकॉर्ड है. इस दौरान पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ उन्हें अपने शरीर को जोखिम में डालना पड़ा था. 

ठीक से खड़े नहीं हो पा रहे थे सचिन 

सचिन ने अपनी ऑटोबॉयोग्राफी 'प्लेइंग इट माइ वे' में इस बात का खुलासा किया है. सचिन ने कहा था, 'पाकिस्तान के खिलाफ वह मैच मेरे करियर का एकमात्र ऐसा मुकाबला था, जिसमें मैंने रनर लिया था. यह वर्ल्ड कप का मैच था और ठीक से खड़ा भी नहीं हो पा रहा था. ऐसा लगा जैसे किसी ने मुझमें 500 किलोग्राम वजन बांध दिया हो. आप हमारे तत्कालीन फिजियो एंड्रयू लीपस से इस बारे में पूछ सकते हैं.'

ऐंठन के कारण शरीर को काफी नुकसान

सचिन ने कहा, ‘मेरे शरीर में काफी दर्द था और मैं रन लेने के लिए दौड़ रहा था, जो सही नहीं था. मैं मैदान पर गिर गया और मैंने उठने की कोशिश की, लेकिन उठ नहीं पाया. मुझे लगा ऐंठन के कारण शरीर को काफी नुकसान होगा.’ तेंदुलकर ने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ मैच से पहले उबरने के लिए जरूरत से ज्यादा नमक का पानी लेने का उलटा असर हो गया. उन्होंने कहा, ‘मेरे पेट में समस्या थी, लेकिन मैं अगले मैच में ऐंठन से बचना चाहता था इसलिए मैं जरूरत से ज्यादा नमक पानी का घोल ले रहा था. यह इतना ज्यादा हो गया कि मुझे डायरिया की समस्या हो गई.'  

तबीयत खराब होने के बाद भी मैदान पर उतरे सचिन 

सचिन से पूछा गया कि ऐसी शारीरिक स्थिति के बाद भी उन्होंने मैदान में उतरने का फैसला कैसे किया तो इस पूर्व दिग्गज ने कहा, ‘जब आप इस स्तर पर खेलते हैं तो उन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. आपको वहां जाना होता है और खेलना पड़ता है, फिर चाहे मैं वहां खड़ा रहूं, बल्लेबाजी करूं या नहीं.' 

करीब तीन घंटे तक की बल्लेबाजी

सचिन तेंदुलकर ने खुलासा किया कि 2003 श्रीलंका के खिलाफ मैच के दौरान वह अंडरवियर में टिशू पेपर पहनकर खेले थे. सचिन के मुताबिक इस मैच में उन्होंने करीब तीन घंटे (160 मिनट) तक बल्लेबाजी की थी. श्रीलंका के खिलाफ जोहानिसबर्ग में खेले गए इस मैच में सचिन ने 97 रन बनाए थे.

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