ऑस्ट्रेलिया और भारत (AUS vs IND) के बीच कैनबरा (Canberra) के मनुका ओवल (Manuka Oval) में सीरीज का पहला टी-20 मैच खेला गया. इस मैच में भारत को 11 रन से जीत मिली लेकिन इस जीत के हीरो रहे कनकशन विकल्प (Concussion Substitute) युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) जो रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) की जगह गेंदबाजी करने आए थे. टी-20 के इस नियम को लेकर काफी विवाद हुआ.
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सिडनी: महान भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) को ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ पहले टी-20 इंटरनेशनल मैच में रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) की जगह कनकशन विकल्प (Concussion Substitute) के तौर पर युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) के मैदान में उतरने पर नियमों के तहत कुछ भी गलत नहीं लग रहा है. इसके साथ ही उनका मानना है कि बाउंसर का सामना करने में नाकाम रहे बल्लेबाज की जगह किसी और को मैदान में उतरने का मौका नहीं मिलना चाहिए.
भारतीय पारी के दौरान आखिरी ओवर में गेंद रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) के सिर पर लगी जिसके बाद कनकशन विकल्प के तौर पर गेंदबाजी के समय युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) आए और उन्होंने 25 रन देकर 3 विकेट चटकाकर मैच जीतने में अहम भूमिका निभाई. कैनबरा में खेले गए इस मैच को भारतीय टीम ने 11 रन से अपने नाम किया.
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सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने कहा, ‘सबसे पहले और सबसे अहम बात यह है कि मैच रैफरी एक पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डेविड बून (David Boon) है. उन्हें जडेजा के विेकल्प के तौर पर चहल के आने से कोई परेशानी नहीं थी. नियमों के तहत जैसा खिलाड़ी चोटिल होता है, उसका विकल्प वैसा ही होना चाहिए. चहल हालांकि ऑलराउंडर नहीं है. जब एक ऑस्ट्रेलियाई मैच रैफरी को इससे कोई आपत्ति नहीं है तो मुझे नहीं लगता कि इसे मुद्दा बनाया जाना चाहिए.’
भारत के इस महान बल्लेबाज ने कहा, ‘वह हालांकि कनकशन विकल्प के नियम से सहमत नहीं है. मैं आपको पुराने ख्याल का लग सकता हूं. अगर आप बाउंसर नहीं खेल सकते है और गेंद आपके सिर में लगती है तो ऐसे में आप विकल्प लेने के लायक नहीं है. फिलहाल, खेल के नियमों के तहत इसकी अनुमति है और ऐसे में जडेजा की जगह चहल के खेलने में कोई समस्या नहीं थी.’
(इनपुट-भाषा)