India vs South Africa 4th T20: भारत ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज 3-1 से अपने नाम की. चौथे टी20 में जीत की गूंज ने आधी रात को सभी फैंस की नींदे उड़ा दीं. संजू सैमसन के शतक के जख्म से मेजबान टीम उबरी नहीं थी कि 22 साल के तिलक वर्मा ने बखिया उधेड़ दी. खूंखार बल्लेबाज ने का ये शतक किसी बदले से कम नहीं था.
Trending Photos
Tilak Varma Century Record: भारत ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज 3-1 से अपने नाम की. चौथे टी20 में 135 रन से जीत की गूंज ने आधी रात को सभी फैंस की नींदे उड़ा दीं. संजू सैमसन के शतक के जख्म से मेजबान टीम उबरी नहीं थी कि 22 साल के तिलक वर्मा ने रिकॉर्डतोड़ सेंचुरी ठोक बखिया उधेड़ दी. खूंखार बल्लेबाज ने का ये शतक किसी बदले से कम नहीं था, इसका राज उन्होंने मैच के बाद खुद खोला है.
बेहद आक्रामक था तिलक वर्मा का जश्न
तिलक वर्मा ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टी20 मैच में भी सेंचुरी ठोकी थी. लेकिन उस दौरान उनके शतक का जश्न बेहद शांत था. लेकिन जोहन्सबर्ग में युवा बल्लेबाज के शतक की आक्रामकता साफ झलक रही थी, वजह था 11 महीने पहले मिला पुराना जख्म. यही मैदान था जब तिलक वर्मा दिसंबर 2023 में पहली गेंद पर बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए थे. लेकिन इस बार उन्होंने शतक ठोक 11 महीने पुरानी खुन्नस निकाल ली है.
2 मैच में लगाई रिकॉर्ड्स की झड़ी
8 नवंबर को जब संजू सैमसन ने लगातार दूसरा शतक लगाया तो वे नंबर-1 बन गए. टी20 में लगातार शतक ठोकने वाले संजू पहले भारतीय बल्लेबाज साबित हुए थे. लेकिन किसे पता था कि हफ्तेभर बाद ही इस रिकॉर्ड को एक 22 साल का बल्लेबाज ध्वस्त कर देगा. तिलक वर्मा ने सेंचुरियन में नाबाद 107 रन की पारी खेली. इसके बाद चौथे मुकाबले में रिकॉर्डतोड़ नाबाद 120 रन की पारी खेली, जिसमें 10 छक्के और 9 चौके देखने को मिले.
ये भी पढ़ें... IND vs SA: छक्के, शतक और रनों का अंबार, शतकवीरों ने अफ्रीका में मचाया कोहराम, अब बदले की आग में झुलस गए मेजबान
तिलक ने खुद खोला राज
मैच में तूफानी शतक के बाद तिलक ने कहा, 'दरअसल मैं एक मजेदार बात बताना चाहता था, पिछले साल जब मैं यहां खेला था तो मैं पहली ही गेंद पर आउट हो गया था. यह पारी टीम और सीरीज के लिए बहुत महत्वपूर्ण थी. बस अपनी फॉर्म को बनाए रखना चाहता हूं और अपने बेसिक्स का पालन करना चाहता हूं. जैसा कि मैंने पिछले गेम में किया था, मैं शांत था. यह एक अविश्वसनीय एहसास है, मैं इसे अभी व्यक्त नहीं कर सकता.
सूर्या को दिया धन्यवाद
तिलक वर्मा ने आगे कहा, 'मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी, वह भी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में दक्षिण अफ्रीका में दो शतक. इसके लिए हमारे कप्तान सूर्या को धन्यवाद. जैसा कि मैंने पिछले मैच में कहा था, मैं पिछले कुछ मैचों में चोटिल हो गया था, मैं भगवान और अपनी प्रक्रियाओं पर विश्वास करता हूं. इसलिए मैंने भगवान के लिए इस तरह जश्न मनाया.'