Online Scams: धोखेबाजों ने खुद को एक कोरियर कंपनी और सीबीआई अधिकारी बता कर डॉक्टर को फोन किया और एक झूठी कहानी गढ़ी. डॉक्टर धोखेबाजों की बातों में आ गया. इस पूरे मामले में डॉक्टर के साथ 52 लाख रुपये का गबन हो गया. आइए आपको बताते हैं कि पूरा मामला क्या है.
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Online Fraud: आपने ऐसे कई मामले देखे होंगे, जहां लोग ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं. कई बार धोखेबाज अपने आप को अधिकारी बताकर लोगों को फोन करते हैं और उन्हें अपने झांसे में ले लेते हैं. इसके बाद वे लोगों के साथ ठगी करते हैं. जब तक लोगों को धोखाधड़ी का एहसास होता है तब तक काफी देर हो चुकी होती है और लोगों को लाखों रुपये का नुकसान हो जाता है. ऐसा ही एक और मामला तमिलनाड़ु से सामने आया है. यहां धोखेबाजों ने खुद को एक कोरियर कंपनी और सीबीआई अधिकारी बता कर डॉक्टर को फोन किया और एक झूठी कहानी गढ़ी. डॉक्टर धोखेबाजों की बातों में आ गया. इस पूरे मामले में डॉक्टर के साथ 52 लाख रुपये का गबन हो गया. आइए आपको बताते हैं कि पूरा मामला क्या है.
यह है पूरा मामला
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक डॉक्टर को ठगों के एक गिरोह ने 52 लाख रुपये का चूना लगाया. धोखेबाज ने खुद को फेडएक्स और सीबीआई अधिकारी बता रहे थे. 11 जनवरी को एक व्यक्ति का फोन आया, जिसने दावा किया था कि वह फेडएक्स के लिए काम करता है. कॉल करने वाले ने उसे बताया कि उसके आधार कार्ड का इस्तेमाल पहचान पत्र के रूप में करते हुए ताइवान से एक प्रतिबंधित वस्तु भेज दी गई है और पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया है.
धोखेबाज ने सीबीआई अधिकारी बनकर किया फोन
अगले दिन डॉक्टर को एक और फोन आया. इस बार एक व्यक्ति ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया. इसके बाद इस कथित अधिकारी ने उन पर गलत तरीके से मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने का आरोप लगाया और उन्हें अपने दो बैंक खातों से धनराशि मुंबई में एक नामित सीबीआई खाते में ट्रांसफर करने का निर्देश दिया. यह मानते हुए कि कॉल एक वास्तविक पुलिस प्रतिनिधि से आया है डॉक्टर ने आरटीजीएस के माध्यम से दिए गए खाते में 52,10,364 रुपये की राशि स्थानांतरित कर दी.
हालांकि, जब डॉक्टर ने कॉल करने वालों से संपर्क करने की कोशिश की तो नंबर बंद आए. डॉक्टर को एहसास हुआ कि उसके साथ धोखा हुआ है. इसके बाद डॉक्टर ने मदद के लिए पुलिस से संपर्क किया. यह कोई पहला मामला नहीं है जब स्कैमर्स ने फोन कॉल के साथ पीड़ितों को निशाना बनाया है. हाल के महीनों में कई लोग ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं.