ChatGPT 4 लॉन्च हो चुका है और कई शक्तियों के साथ आता है. यह ChatGPT का बेहतर वर्जन है. यह लोगों को काफी रोमांचक नजर आ रहा है. कुछ लोगों का मानना है कि यह AI ChatBot इंसानों की मदद करेगा तो कुछ का कहना है कि इससे लोग नौकरी खो सकते हैं. इंफोसिस के फाउंडर NR Narayana Murthy ने इस पर बड़ा बयान दिया है.
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OpenAI ने नवंबर 2022 में ChatGPT की शुरुआत की थी. इस AI चैटबॉट ने पॉपुलेरिटी हासिकी और इसका उपयोग तेजी से बढ़ गया. लोगों ने इसका इस्तेमाल कविता लिखने, निबंध लिखने और कंटेंट लिखने के लिए किया. अब ChatGPT 4 लॉन्च हो चुका है और कई शक्तियों के साथ आता है. यह ChatGPT का बेहतर वर्जन है. यह लोगों को काफी रोमांचक नजर आ रहा है. कुछ लोगों का मानना है कि यह AI ChatBot इंसानों की मदद करेगा तो कुछ का कहना है कि इससे लोग नौकरी खो सकते हैं. इंफोसिस के फाउंडर NR Narayana Murthy ने इस पर बड़ा बयान दिया है.
Infosys founder Narayana Murthy ने कही यह बात
Infosys founder NR Narayana Murthy का कहना है कि उन्हें ChatGPT की बिल्कुल भी चिंता नहीं है और कहा कि यह मानव मन को कभी नहीं हरा सकता है. एक इंटरव्यू में चैटजीपीटी जैसे एआई चैटबॉट्स का जिक्र करते हुए नारायण मूर्ति ने कहा कि 'मानव मन को कोई भी हरा नहीं सकता.' उन्होंने कहा, 'मैं इस सिद्धांत में बहुत विश्वास करता हूं कि मानव मन सबसे शक्तिशाली कल्पना, मशीन है. ऐसा कुछ भी नहीं है जो मानव मन को हरा सके.'
इंफोसिस के संस्थापक ने अपने बयान पर विस्तार से बताया और कहा कि यह मानव मन ही है जो एक को दूसरे से अलग करता है. इसलिए, भले ही हम सभी की समान चैटजीपीटी तक पहुंच है, हम इसे अलग तरह से उपयोग करेंगे. मूर्ति ने कहा, 'अगर आपके और मेरे बीच कोई प्रतियोगिता है, तो आप चैटजीपीटी आउटपुट को अपने आधार के रूप में उपयोग करेंगे, और फिर आप अपनी खुद की भिन्नता, अपनी स्मार्टनेस, अपनी खुद की ट्वीकिंग जोड़ेंगे इसलिए, मैं चैटजीपीटी के बारे में इतना चिंतित नहीं हूं.'
क्या खा जाएगा इंसानों की नौकरी
इससे पहले, फरवरी में NR Narayana Murthy ने कहा था कि एआई उनकी नौकरियों में मनुष्यों की जगह नहीं लेगा क्योंकि वे एआई को ऐसा करने की अनुमति नहीं देंगे. उन्होंने कहा था, 'मुझे लगता है कि यह गलत धारणा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंसानों की जगह ले लेगा, इंसान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को उनकी जगह नहीं लेने देंगे.'