Working Hours: हफ्ते में ज्यादा घंटे काम क्यों जरूरी? नारायणमूर्ति के बाद अब सुन लीजिए इस कारोबारी का तर्क
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Working Hours: हफ्ते में ज्यादा घंटे काम क्यों जरूरी? नारायणमूर्ति के बाद अब सुन लीजिए इस कारोबारी का तर्क

Wayfair CEO: ऑनलाइन फर्निचर कंपनी वेफ़ेयर के सीईओ  नीरज शाह ने अपने कर्मचारियों एंड-ऑफ-ईयर मैसेज में अधिक काम करने का संदेश दिया है. उन्होंने कहा, 'जीत के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत होती है.

Working Hours: हफ्ते में ज्यादा घंटे काम क्यों जरूरी? नारायणमूर्ति के बाद अब सुन लीजिए इस कारोबारी का तर्क

World News in Hindi: इंफोसिस के सह-संस्थापक एन. आर. नारायण मूर्ति ने हाल ही में भारत की उत्पादकता बढ़ाने के लिए युवाओं को सप्ताह में 70 घंटे काम करने की सलाह दी थी. उनके इस बयान पर सोशल मीडिया काफी बहस हुई थी. अब एक और कारोबारी ने भी ज्यादा देर तक काम करने की सलाह दी है.

सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक ऑनलाइन फर्निचर कंपनी वेफ़ेयर के सीईओ नीरज शाह ने अपने कर्मचारियों एंड-ऑफ-ईयर मैसेज में अधिक काम करने का संदेश दिया है.

जीत के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत
भारतीय मूल के अमेरिकी कारोबारी शाह ने कहा, 'जीत के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत होती है. मेरा मानना है कि हममें से अधिकांश लोग, महत्वाकांक्षी व्यक्ति होने के नाते, अपनी कोशिशों को नतीजों में तब्दील होते देख खुशी और संतुष्टि पाते हैं.'

सीईओ नीरज शाह ने इस महीने की शुरुआत में कंपनी की हालिया सफलता का जश्न मनाते हुए कर्मचारियों को लिखे एक नोट में कहा, 'लंबे समय तक काम करना, उत्तरदायी होना, काम और जिंदगी के बीच तालमेल बैठाना, इसमें शर्म करने वाली कोई बात नहीं है. आलसीपन से सफलता मिलने का इतिहास में ज्यादा जिक्र नहीं है.

शाह ने वेफ़ेयर कर्मचारियों को कंपनी द्वारा खर्च किए गए पैसे को अपना पैसा समझने और कीमतों पर बातचीत करने के लिए प्रोत्साहित किया.

रिपोर्ट के मुताबिक वेफ़ेयर का बिजनेस महामारी की शुरुआत में ही बढ़ गया क्योंकि घर पर रहने वाले खरीदारों ने फ़र्निचर, डेस्क और घरेलू सामान ऑनलाइन ऑर्डर किया। लेकिन कंपनी को 2022 की शुरुआत में संघर्ष करना पड़ा क्योंकि लोग व्यक्तिगत रूप से खरीदारी करने लगे.

अगर हम साथ मिलकर आगे बढ़ें
शाह ने अपने ईमेल में कर्मचारियों को बताया कि कंपनी फिर से मुनाफे में आ गई है. उन्होंने कहा, 'अगर हम सब एक साथ मिलकर इस दिशा में आगे बढ़ें तो हम इस जीत की तुलना में कहीं अधिक तेजी से जीत सकते हैं. आइए आक्रामक, व्यावहारिक, मितव्ययी, चुस्त, ग्राहक उन्मुख और स्मार्ट बनें.'

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