अमेरिका (America) और चीन (China) के बीच के रिश्ते सबसे खराब दौर में पहुंच चुके हैं. अमेरिका ने चीन के खिलाफ ऐसा स्पेशल प्लान बनाया है जिसके तहत चीन को चारों खाने चित्त करने की प्लानिंग कर ली है.
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नई दिल्ली: अमेरिका (America) और चीन (China) के बीच के रिश्ते सबसे खराब दौर में पहुंच चुके हैं. अमेरिका ने चीन के खिलाफ ऐसा स्पेशल प्लान बनाया है जिसके तहत चीन को चारों खाने चित्त करने की प्लानिंग कर ली है. अमेरिका ने एक खास प्लान 18 बनाया है जिससे चीन का गेम ओवर करने की तैयारी है.
कोरोना को लेकर चीन दुनिया के निशाने पर है. कोरोना को लेकर बोले चीन के एक एक झूठ को लेकर अब अमेरिका समेत दुनिया चीन का बॉयकॉट करने पर लगी है. चीन से जवाब मांगा जाए और उसकी जवाबदेही तय की जाए. इसके लिए अमेरिका में एक ऐसा प्लान बनाया गया जिसमें उसने भारत के साथ की भी बात कहीं है.
अमेरिका के सांसद थॉम तिलिस ने चीन के खिलाफ 18 प्वाइंट प्लान तैयार किया है. इस प्लान के जरिए चीन के झूठ को पूरी दुनिया के सामने लाया जा सकेगा. अमेरिका में चीन के खिलाफ बिल भी पेश किया जा चुका है. जिससे चीन के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाने के अधिकार डोनल्ड ट्रंप के पास होंगे.
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चीन के खिलाफ पेश किए गए इस प्लान में उसे मिलिट्री, आर्थिक, कूटनीतिक हर मोर्चे पर पूरी तरह से फेल करने की कोशिश की गई है. और इसके एक अंश में भारत को भी हिस्सेदार बनाया गया है. प्लान में कहा गया है कि
चीन के खिलाफ अमेरिका का 18 सूत्रीय प्लान
- अमेरिका को अपने क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ सैन्य संबंधों को गहरे करने चाहिए.
- भारत, ताइवान और वियतनाम के साथ सैन्य डील को बढ़ावा दिया जाए ताकि चीन को मात दी जा सके.
-चीन में अमेरिका की मैनुफकचरिंग कंपनियों को वापस बुलाया जाए और धीरे-धीरे सप्लाई के लिए चीन पर निर्भरता को खत्म किया जाए.
- सैन्य ताकत बढ़ाने के लिए तत्काल 20 बिलियन अमेरिकी डॉलर की मदद दी जाए.
- चीन को अमेरिका की तकनीक चुराने से रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाए जाएं.
- चीन पर वायरस के बारे में झूठ बोलने के लिए प्रतिबंध लगाया जाए.
- चीन को उनके अत्याचारी मानवाधिकार रिकॉर्ड के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.
- महामारी को संभालने के लिए एक संगठन का गठन किया जाए जो कि दुनिया के देशों पर नजर रख सके.
अमेरिका फिलहाल चीन के उत्पादों पर कई तरह से निर्भर है. और अब वो चीन में अपनी कंपनियां पूरी तरह से बंद करने पर विचार कर रहा है. अगर अमेरिका की संसद में विधेयक पास हो जाता है तो ट्रंप चीन पर कई ऐसे प्रतिबंध लगा सकते है जो उसके लिए काफी घातक साबित हो सकते हैं.
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वहीं अमेरिका के इस कदम से चीन गुस्से में है. हैरान परेशान है. चीन अब उन अमेरिकी सांसदों के खिलाफ कार्रवाई पर विचार कर रहा है जिन्होंने सीनेट में चीन के खिलाफ प्रतिबंध का प्रस्ताव पेश किया है.
ट्रंप भी गुस्से में हैं और चीन से जल्द से जल्द बदला लेना चाहते हैं. ट्रंप के अलावा चीन के खिलाफ गुस्सा अब अमेरिकी लोगों में भी दिखने लगा है. वजह है अमेरिका का कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित होना.
ब्यूरो रिपोर्ट
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