Baltimore Bridge Collapse : अमेरिका के बाल्टीमोर शहर में मालवाहक जहाज के पुल से टकराने के बाद अब उसकी मरम्मत का काम शुरू हो गया है. राष्ट्रपति जो बाइडेन जल्द ही बाल्टीमोर का दौरा करेंगे. उन्होंने कहा, वह चाहते हैं कि संघीय सरकार ब्रिज की मरम्मत का पेमेंट करें.
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Maryland : अमेरिका के मैरीलैंड के बाल्टीमोर शहर में सोमवार (25 मार्च) की देर रात एक कंटेनर शिप 'फ्रांसिस स्कॉट की' ब्रिज से टकरा गया था, जिसके बाद पूरी दुनिया यह देखकर कांप उठी थी. हादसा इतना खतरनाक था कि पूरा ब्रिज टूटकर पेटाप्स्को नदी में गिर गया. लेकिन अब इसकी मरम्मत की तैयारी शुरू हो गई है.
दरअसल, ये मालवाहक जहाज श्रीलंका की राजधानी कोलंबो जा रहा था. लेकिन यह पुल से टकरा गया. हादसे के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन जल्द ही बाल्टीमोर का दौरा करेंगे. उन्होंने कहा,वह चाहते हैं कि संघीय सरकार ब्रिज की मरम्मत का पेमेंट करें. ब्रिज के मलबे को साफ करने और इसकी रिपेयरिंग में कम से कम 2 बिलियन डॉलर (200 करोड़) की लागत आ सकती है. फंड रिलीज करने के लिए अमेरिकी संसद की मंजूरी की जरूरत होगी. कंटेनर शिप (Container Ship) पर सिंगापुर का झंडा लगा हुआ था. शिप में 22 क्रू मेंबर थे जो सभी भारतीय थे.
2 लोगों की लाशें हुई बरामद
हादसे के समय ब्रिज पर मेंटेनेंस का काम चल रहा था. ब्रिज के ढहने से 6 वर्कर्स की मौत हो गई थी. बुधवार ( 27 मार्च ) को नदी से 2 लोगों की लाशें बरामद हुई थी. इनमें से एक की पहचान बाल्टीमोर के 35 वर्षीय एलेजांद्रो हर्नांडेज फ्यूएंटेस के तौर पर हुई है, जो मेक्सिको के रहने वाले थे. जबकि दूसरे शव की पहचान डंडालक के 26 वर्षीय डोरलियन रोनियल कैस्टिलो कैबरेरा के तौर पर हुई. वह कैबरेरा ग्वाटेमाला के रहने वाले थे. ब्रिज की मरम्मत के लिए ज्यादातर वर्कर मेक्सिको, ग्वाटेमाला, होंडुरास और अल साल्वाडोर से आए थे.
गड्ढों को ठीक कर रहे थे वर्कर्स
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हादसे के समय कुछ वर्कर ब्रिज पर बने गड्ढों को ठीक कर रहे थे. कंटेनर शिप की टक्कर से 8 लोग 185 फीट (56 मीटर) गहरे नदी में गिर गए. यहां पानी का तापमान 47 डिग्री फॉरेनहाइट (8 डिग्री सेल्सियस) था. हादसे में 2 वर्करों को बचा लिया गया. हालांकि, शिप ने टक्कर से कुछ मिनट पहले SOS कॉल किया था. इससे ब्रिज पर ट्रैफिक को तुरंत रोक दिया गया. वरना ज्यादा लोगों की जान जा सकती थी.
2007 के बाद यूएस में सबसे बड़ा हादसा
एक रिपोर्ट के मुताबिक, जब कंटेनर शिप पोर्ट से निकला, तभी उसका कंट्रोल छूट गया था. ऐसे में न तो क्रू इस शिप की दिशा बदल सकते थे और न ही इसकी स्पीड को कम कर सकते थे. इसी बीच अचानक शिप पर अलार्म बजने लगे और सभी लाइटें बंद हो गईं. बड़े हादसे के डर से शिप के क्रू टीम ने तमाम कोशिशें की. इसी बीच शिप में इमरजेंसी जनरेटर स्टार्ट हो गया. इसके बाद कुछ समय के लिए लाइट ऑन हो गई और रडार-स्टीयरिंग सिस्टम फिर से शुरू हो गया.
हालांकि, इसके बावजूद कोई मदद नहीं मिली. बता दें, ये हादसा 2007 के बाद से अमेरिका में सबसे बड़ा हादसा बताया जा रहा है.
राष्ट्रगान लिखने वाले फ्रांसिस स्कॉट के नाम पर ब्रिज
बाल्टीमोर जैसे ब्रिज को संघीय सरकार ने 'फ्रैक्चर क्रिटिकल' के रूप में क्लासीफाइड किया है. यानी अगर ब्रिज का एक हिस्सा ढह जाता है, तो बाकी स्ट्रक्चर भी गिर जाएगा. फेडरल हाईवे एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक, अमेरिका में ऐसे 16,800 से ज्यादा स्पैन हैं. बाल्टीमोर के फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज को 1977 में खोला गया था. इसका नाम अमेरिका का राष्ट्रगान लिखने वाले फ्रांसिस स्कॉट के नाम पर रखा गया था. 3 साल पहले फ्लोरिडा के टाम्पा खाड़ी में सनशाइन स्काईवे ब्रिज से एक शिप की टक्कर में 35 लोग मारे गए थे.