बांग्लादेश से आई बहुत बड़ी खबर, ऐसा हुआ जो 53 साल के इतिहास में कभी नहीं हुआ
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बांग्लादेश से आई बहुत बड़ी खबर, ऐसा हुआ जो 53 साल के इतिहास में कभी नहीं हुआ

Bangladesh poll chief resigns:  पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से बेदखल होने के बाद बांग्लादेश में राजनैतिक उथल-पुथल मचा हुआ है. इसी बीच ऐसा मामला सामने आया है, जो बांग्लादेश के इतिहास के 53 साल में कभी नहीं हुआ. जानें पूरा मामला. 

बांग्लादेश से आई बहुत बड़ी खबर, ऐसा हुआ जो  53 साल के इतिहास में कभी नहीं हुआ

Bangladesh Resigns: बांग्लादेश में शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अल्पसंख्यकों के लिए स्थिति बिगड़ती चली जा रही है. इसी बीच शेख हसीना कार्यकाल में नियुक्त अधिकारियों के लिए भी मुसीबतें बढ़ गई हैं. ताजा मामला ऐसा है जो बांग्लादेश के इतिहास में कभी नहीं हुआ. आइए जानते हैं हुआ क्या?

बांग्लादेश के शीर्ष निर्वाचन अधिकारियों का इस्तीफा
पांच अगस्त को शेख हसीना की सरकार के पतन का एक महीना पूरा हो गया. इसी दिन बांग्लादेश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त काजी हबीबुल अवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. सबसे बड़ी बात अवाल की अध्यक्षता वाले पूरे पांच सदस्यीय निर्वाचन आयोग ने भी गुरुवार को पद से इस्तीफा दे दिया. देश में अंतरिम सरकार के गठन के बाद यह घटनाक्रम हुआ है.

देश में पहली बार हुआ कुछ ऐसा
यह पहली बार है जब देश के निर्वाचन आयोग ने अपना निर्धारित कार्यकाल पूरा होने से पहले ही इस्तीफा दे दिया. अवाल को फरवरी 2022 में पांच साल के कार्यकाल के लिए मुख्य निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया था. सेना के जवान निर्वाचन आयोग के बाहर और परिसर में तैनात किये गये थे, क्योंकि बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी राजधानी के अगरगांव इलाके में स्थित निर्वाचन भवन के सामने एकत्र हुए तथा अवाल और आयोग के अन्य सदस्यों के खिलाफ नारे लगा रहे थे.

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आयोग की हुई थी आलोचना
आयोग को विशेष रूप से सात जनवरी को आम चुनाव कराने के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, जिसका मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) सहित अधिकतर दलों ने बहिष्कार किया था. इस चुनाव में शेख हसीना की अवामी लीग लगातार चौथी बार फिर से निर्वाचित हुई.

बिना स्वेच्छा से जबरन लिया गया इस्तीफा 
अपने कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए अवाल ने कहा कि बांग्लादेश के 53 साल के इतिहास में ऐसा कोई उदाहरण नहीं है कि किसी निर्वाचन आयोग ने अपना कार्यकाल पूरा किए बिना स्वेच्छा से इस्तीफा दे दिया हो. इस्तीफा देने वालों में मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य आयुक्तों - ब्रिगेडियर जनरल (सेवानिवृत्त) मोहम्मद अहसान हबीब खान, रशीदा सुल्ताना, मोहम्मद आलमगीर और मोहम्मद अनीसुर रहमान शामिल हैं. 

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