Train service in the Netherlands: बैजर्स (Badgers) कहिए या मोटा चूहा या फिर एक छोटा सा रीछ तरह दिखने वाला जंगली प्राणी, ये रेलवे ट्रैक (railway track) के नीचे जमीन खोदकर अपना घर (badgers burrowing under tracks) बनाता है. इसलिए रेल एक्सीडेंट (rail accident) होने की आशंका कई गुना बढ़ गई है.
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Rail services halted in netherlands: डच रेलवे (Dutch railways) कर्मचारियों के लिए आजकल एक नई समस्या पैदा हो गई है. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि नीदरलैंड (Netherlands) में चूहे की तरह दिखने वाले बैजर्स (Badgers) ने रेलवे के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है. दरअसल इन बैजर्स ने ही रेलवे ट्रैक (Railway Track) के नीचे बिल बनाकर ट्रेन एक्सीडेंट (Train Accident) की आशंका बढ़ा दी है. क्यों इन चूहों की वजह से रेल यात्रियों की जान पर खतरा मंडरा रहा है, आइए बताते हैं.
ट्रेन एक्सीडेंट होने की आशंका कई गुना बढ़ी
बैजर्स कहिए या मोटा चूहा या फिर एक छोटा सा रीछ तरह दिखने वाला जंगली प्राणी, ये रेलवे ट्रैक के नीचे जमीन खोदकर अपना घर बनाता है. इसलिए रेल एक्सीडेंट होने की आशंका कई गुना बढ़ गई है. ऐसे में रेलवे कर्मचारी इन्हें ट्रैक के नीचे से निकालने की मांग कर रहे हैं. ऐसे ही एक रेल हादसे के बाद डेन बॉश और आइंडहोवन के बीच चलने वाली यात्री ट्रेन को रोक दिया गया था.
हफ्तों से रुका है रेल यातायात
नीदरलैंड के एक बड़े हिस्से में कई हफ्तों से रेल यातायात रुका हुआ है. जाहिर सी बात है बैजर्स की सुरंगों ने पटरियों के नीचे की जमीन को कमजोर कर दिया है. ऐसे में यात्रियों को बस या दूसरे साधनों का इस्तेमाल करना पड़ रहा है. जिसकी वजह से लंबा सफर करने की वजह से लाखों लोगों का कीमती वक्त फालतू में बर्बाद हो रहा है.
ट्रैक रिपेयरिंग का काम पेंडिंग
नीदरलैंड रेल नेटवर्क का रखरखाव करने वाली कंपनी का कहना है कि मरम्मत शुरू होने से पहले इन जानवरों को हटाया जाना बेहद जरूरी है यदि बिना ऐसा किए कुछ भी किया जाता है तो, ये इन जानवरों के लिए खतरनाक हो सकता है. डल रेलवे के स्टाफ का कहना है कि यहां पाए जाने वाले बैजर्स बहुत खतरनाक होते हैं. उन्होंने ये ङी कहा, चूहों के मुकाबले बैजर्स के बिल ज्यादा खतरनाक होते हैं, ऐसा होने से रेलवे एक्सीडेंट की आशंका कई गुना बढ़ जाती है.
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