Binge Drinking: इस देश के युवाओं ने शराब से किया तौबा, सोशल मीडिया का पड़ा असर
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Binge Drinking: इस देश के युवाओं ने शराब से किया तौबा, सोशल मीडिया का पड़ा असर

Germany Youth Drinking Habit: सामान्य तौर पर किसी पार्टी के बारे में शामिल होने वाले लोग पूछते हैं कि क्या शराब का इंतजाम है. कुछ लोग तो नाक भौंह तक सिकोड़ लेते हैं. लेकिन जर्मनी में 1995 से 2010 के बीच पैदा हुए लोगों ने शराब से दूरी बनाई है.

Binge Drinking:  इस देश के युवाओं ने शराब से किया तौबा, सोशल मीडिया का पड़ा असर

Germany Youth Drink news: पार्टियों में जहां युवाओं पर शराब का क्रेज है, पार्टी में अगर शराब नहीं मिली तो मेहमान कहते हैं कि आखिर मिला ही क्या लेकिन इन सबके बीच जर्मनी में बड़ा बदलाव नजर आ रहा है. जर्मनी में लोगों में खासतौर से युवाओं में शराब के प्रति क्रेज में कमी आ रही है, जर्मन सेंटर फॉर हेल्थ एजुकेशन के एक सर्वे में पाया गया कि 1995 से 2000 के बीच पैदा होने वालों ने शराब से दूरी बनाई है. जर्मनी में 12 से 25 साल के युवाओं में एक सर्वे किया गया जिससे पता चला है कि वे लोग शराब का सेवन कम कर रहे हैं.

बिंज ड्रिंकिंग पर सर्वे

2014 में बिंज ड्रिंकिंग पर सर्वे हुआ था जिसमें 12 से 17 एज ग्रुप के 21 फीसद युवाओं ने कहा था कि सप्ताह में एक बार वो जमकर शराब पीते हैं.. लेकिन 2021 में यह आंकड़ा घटकर 9 फीसद हो गया है.  18 से 25 एज ग्रुप में यह आकंड़ा भी कम है. 2004 में 44 फीसद युवा शराब पीते थे लेकिन 2021 में यह 32 फीसद रह गया है. बता दें कि किसी पार्टी में पांच ड्रिंक लेने को बिंज ड्रिंकिंग कहते हैं.

सोशल मीडिया का असर

जर्मनी में 1995 से 2010 के बीच पैदा पीढ़ी को जेन जी या जूमर्स कहते हैं. वहीं 1980 से 1994 के बीच पैदा पीढ़ी को मिलेनियल कहते हैं. अच्छी बात यह है कि दोनों पीढ़ियों में शराब का सेवन कम हुआ है लेकिन मिलेनियल की तुलना में जेन जी में गिरावट आई है.  अब इसके पीछे की वजह के बारे में वहां के समाजशास्त्री कहते हैं कि सोशल मीडिया पर शराब के नशे लोगों के अभद्र और अशोभनीय व्यवहार से युवाओं की सोच में अहम बदलाव आया है.

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