मुश्किलों से भरा रहा है US प्रेसिडेंट Joe Biden का सफर, बचपन में दोस्त ‘बाय-बाय’ कहकर उड़ाते थे मजाक
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मुश्किलों से भरा रहा है US प्रेसिडेंट Joe Biden का सफर, बचपन में दोस्त ‘बाय-बाय’ कहकर उड़ाते थे मजाक

जो बाइडेन ने 1987 और 2008 में डेमोक्रेट पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी हासिल करने की कोशिश की, पर दोनों बार नाकाम रहे. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और आज वह अमेरिका के राष्ट्रपति हैं. इससे पहले, वह बराक ओबामा के कार्यकाल में उपराष्ट्रपति भी रह चुके हैं.

 

फाइल फोटो

वॉशिंगटन: अमेरिका में अब बाइडेन युग की शुरुआत हो गई है. बुधवार को जो बाइडेन (Joe Biden) ने अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली. अमेरिका के सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति चुने गए बाइडेन ने साफ किया है कि वह सबको साथ लेकर चलेंगे और ट्रंप कार्यकाल में लिए गए गलत फैसलों को पलट देंगे. एक सामान्य नेता से पहले उपराष्ट्रपति और अब राष्ट्रपति तक का सफर जो बाइडेन के लिए बेहद मुश्किल भरा रहा है. उन्होंने अनगिनत चुनौतियों का सामना किया, लोगों के कटाक्ष सहे, लेकिन लक्ष्य की तरफ बढ़ना नहीं छोड़ा, यही उनकी सफलता का राज है.   

  1. स्कूली दिनों में बाइडेन ने काफी फुटबॉल खेली थी
  2. बचपन में उच्चारण संबंधी बीमारी से थे पीड़ित
  3. देश की तरफ से लड़ना चाहते थे जंग
  4.  

Football ने सिखाया लड़ना

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) का बचपन फिलाडेल्फिया में बीता, लेकिन बाद में उनका परिवार डेलावेयर शिफ्ट हो गया. बताया जाता है कि बचपन में बाइडेन उच्चारण संबंधी बीमारी से पीड़ित थे. यहां तक कि वे अपना सरनेम भी ठीक से नहीं बोल पाते थे. इस वजह से बाइडेन के दोस्त ‘बाय-बाय’ कहकर उनका मजाक उड़ाया करते थे, लेकिन आज वह अमेरिका के राष्ट्रपति हैं. बाइडेन फुटबॉल के अच्छे खिलाड़ी रहे हैं, स्कूली दिनों में उन्होंने काफी फुटबॉल खेली है. एक बार उन्होंने कहा था कि फुटबॉल ने ही उन्हें मुश्किलों से लड़ना सिखाया.  

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Biden देते हैं यह सीख

बाइडेन सेना में जाकर देश के लिए कुछ करना चाहते थे, लेकिन बीमारी की वजह से उनका यह सपना टूट गया. अमेरिका और वियतनाम के दौरान बाइडेन का नाम वियतनाम के खिलाफ जंग में बतौर फौजी ड्राफ्ट में शामिल किया गया था, मगर अस्थमा के चलते उन्हें जंग के मैदान में देश की सेवा करने का मौका नहीं मिल पाया. जो बाइडेन अमेरिकी जनता को कभी हार न मानने की सीख देते हैं. 1987 और 2008 में बाइडेन ने डेमोक्रेट पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी हासिल करने की कोशिश की थी, पर दोनों बार नाकाम रहे. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और आज वह अमेरिका के राष्ट्रपति हैं. इससे पहले, वह बराक ओबामा के कार्यकाल में उपराष्ट्रपति भी रह चुके हैं.

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यह था सबसे मुश्किल साल

बाइडेन के लिए जिंदगी का सबसे मुश्किल साल 1972 रहा. पत्नी नेलिया और बेटी नाओमी की कार एक्सीडेंट में मौत हो गई. लेकिन कार में मौजूद उनके बेटे बो और हंटर सही-सलामत रहे. हालांकि, 2015 में उनके बेटे बो की ब्रेन कैंसर से मौत हो गई. 2016 में एक इंटरव्यू में जब बाइडेन से उनकी पसंदीदा डिश के बारे में पूछा गया था. उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा था कि मेरे बारे में दो चीजें जान लीजिए- मैं आइसक्रीम पसंद करता हूं और शराब से दूर रहता हूं.

पांच बार किया था Propose

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को कुत्तों से बहुत प्यार है. एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि शादी के बाद 1967 में पहली बार वह पत्नी के लिए एक पपी खरीदकर लाए थे. फिलहाल, बाइडेन के पास दो जर्मन शेफर्ड डॉग है. जिनका नाम है मेजर और चैम्प. जिल बाइडेन राष्ट्रपति की दूसरी पत्नी हैं. उन्होंने 1977 में दूसरी शादी की थी. जिल प्रोफेसर हैं और अब भी नौकरी करती हैं. 1975 में जिल और जो की पहली मुलाकात हुई थी. जिल के अनुसार, जो बाइडेन ने उन्हें पांच बार प्रपोज किया था.

 

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