अमेरिका में सैकड़ो भारतीयों ने पुलवामा हमले पर शोक प्रकट किया
Advertisement
trendingNow1500109

अमेरिका में सैकड़ो भारतीयों ने पुलवामा हमले पर शोक प्रकट किया

भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि वह भारतीय सुरक्षाकर्मियों की शहादत पर शोक प्रकट करते हैं. ‘‘यह आतंकवाद, कायरता का कृत्य है.

सी तरह के कार्यक्रमों का आयोजन वॉशिंगटन डीसी, न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी, सिलिकॉन वैली में भी आयोजित हुए. (सांकेतिक फोटो)

वॉशिंगटनः भारतीय मूल के सैकड़ों अमेरिकी जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकवादी हमले पर शोक एवं नाराजगी प्रकट करने के लिए अमेरिका के विभिन्न शहरों में एकत्रित हुए. पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किए गए इस आत्मघाती हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 जवान शहीद हो गए थे.

पुलवामा हमले के 100 घंटे के भीतर कश्मीर में जैश की टॉप लीडरशिप को मार गिराया: सेना

इस हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा दिया है और दोनों ही देशों ने अपने-अपने राजदूतों को वापस बुला लिया है. अपने गुस्से को जाहिर करने के लिए सैकड़ों भारतीय-अमेरिकी शिकागो की बाहरी सीमा पर बने 9/11 स्मारक के पास रविवार को एकत्रित हुए और सभी देशों से ऐसे “नृशंस अपराधों” को अंजाम देने वालों के खिलाफ भारत एवं अमेरिका की जंग में साथ खड़े रहने की अपील की. 

"कश्‍मीर में कितने गाजी आए और चले गए... कश्‍मीर में जो घुसेगा, जिंदा नहीं लौटेगा"

इस मौके पर पढ़े गए एक संयुक्त प्रस्ताव में पाकिस्तान से कहा गया कि वह उसकी सरजमीं से संचालित हो रहे सभी आतंकवादी समूहों को “सहयोग तत्काल” खत्म करे. भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि वह भारतीय सुरक्षाकर्मियों की शहादत पर शोक प्रकट करते हैं. ‘‘यह आतंकवाद, कायरता का कृत्य है. हमें आतंकवाद एवं बुराई के सामने दृढ़ रहना होगा.” 

अमेरिका की पाकिस्तान को आखिरी चेतावनी, 'मसूद अजहर को आतंकियों की लिस्ट में डालो'

उन्होंने कहा, “आतंकवाद का खतरा भारतीय, अमेरिकी या विश्व के लोगों की इच्छाशक्ति से ज्यादा बड़ा नहीं है. हमारी इच्छाशक्ति ज्यादा मजबूत है. हम दृढ़ता से आतंकवाद का सामना करेंगे. हम आतंकवाद के प्रायोजकों से दृढ़ता से निपटेंगे. महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के इस साल में हम अहिंसक, शांतिप्रिय बने रहेंगे और उन लोगों को गले लगाने के लिए हमेशा तैयार रहेंगे जो शांतिपूर्ण तरीके से हमारे साथ काम करना चाहते हैं.” कृष्णमूर्ति ने कहा, “हम अपना बचाव करेंगे लेकिन अपना चरित्र नहीं बदलेंगे.” इसी तरह के कार्यक्रमों का आयोजन वॉशिंगटन डीसी, न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी, सिलिकॉन वैली, लॉस एंजिलिस, डेट्रोइट, ह्यूस्टन और फीनिक्स में भी किया गया.

(इनपुट भाषा)

Trending news