Sudan Political crisis: अफ्रीका महाद्वीप के देश सूडान (Sudan) में गृहयुद्ध जैसे हालात हैं. जहां सूडान की आर्मी और अर्धसैनिक बल 'रैपिड सपोर्ट फोर्स' (RSF) के बीच खूनी झड़प जारी है. इस हिंसा से देशभर में कोहराम मच गया है. इस बवाल में 30 की मौत हो चुकी है, कहा जा रहा है कि मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है.
Trending Photos
Sudan power struggle between army paramilitaries: सूडान की राजधानी खार्तूम में अर्धसैनिक बल और देश की सेना के बीच कई दिनों से जारी तनाव के बाद हालात बेकाबू हो गए हैं. देशभर में लगातार गोलीबारी और धमाकों की आवाजें आ रही हैं. न्यूज़ एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, राजधानी और सेना मुख्यालय के करीब बीते कई घंटों से गोलीबारी और धमाकों की आवाजें सुनी जा रही हैं. सूडानी डॉक्टर्स यूनियन के मुताबिक सेना और रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच हुई खूनी झड़पों में 183 लोग घायल हुए हैं.
गृहयुद्ध जैसे हालातों के बीच तख्तापलट की आशंका
सूडान में तख्तापलट के हालात बन गए हैं. यहां सेना और अर्द्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्स के बीच हिंसक झपड़ में 30 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. मृतकों में संयुक्त राष्ट्र (UN) के तीन कर्मचारी भी शामिल हैं. खार्तूम के साथ ही ओमडुरमैन, न्याला, एल ओबिद और एल फशेर शहर में सबसे ज्यादा मौतें दर्ज की गई है. ये शहर राजधानी खार्तूम के पश्चिम में हैं. वहीं RSF ने दावा किया है कि राष्ट्रपति भवन समेत राजधानी खार्तून में कई हिस्सों पर कब्जा कर लिया है, जबकि सूडानी सेना इस दावे को खारिज कर रही है. दरअसल यहां सैन्य नेता अब्देल फतह अल बुरहान और उनके नंबर दो मोहम्मद हमदान डागलो के बीच संघर्ष सत्ता को लेकर चल रहा है.
सेना ने किया था एक शिविर पर हमला
सेना का कहना है कि झड़पें जारी हैं, RSF के लड़ाके सैन्य मुख्यालय पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं इसलिए सेना देश की सुरक्षा के लिए अपना कर्तव्य निभा रही है. वहीं अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बयान में दावा किया गया है कि खार्तूम हवाई अड्डे पर नियंत्रण का दावा करने के बाद उसने राजधानी खार्तूम में राष्ट्रपति भवन को अपने कंट्रोल में ले लिया है.
अर्धसैनिक बल और सेना में संघर्ष क्यों?
आपको बताते चलें कि सेना ने सूडान में तख्तापलट किया था, तबसे वो संप्रभुता परिषद के जरिए देश को चला रही है. वहीं RSF की कमान परिषद के उपाध्यक्ष जनरल मोहम्मद हमदान डागालो के पास है. सेना की कमान जनरल अब्देल फतह अल-बुरहान के पास है, जो संप्रभु परिषद के प्रमुख हैं. वहीं सेना और आरएसएफ प्रतिद्वंद्विता राष्ट्रपति उमर अल-बशीर के शासन के समय से चली आ रही है जिन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया गया था.
भारतीयों के लिए एडवायजरी
सूडान के हालात पर भारतीय विदेश मंत्रालय की नजर है. वहीं भारतीय दूतावास ने अपने ट्वीट में लिखा, 'सभी भारतीयों के लिए अलर्ट- सूडान में गोलीबारी और झड़पों को देखते हुए, आपको सलाह दी जाती है कि सावधानी बरतें, घर के अंदर रहें. तत्काल प्रभाव से बाहर निकलना बंद करें. घबराएं नहीं और अधिक जानकारी की प्रतीक्षा करें.'
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले ताज़ा ख़बर अभी पढ़ें सिर्फ़ Zee News Hindi पर| आज की ताजा ख़बर, लाइव न्यूज अपडेट, सबसे ज़्यादा पढ़ी जाने वाली सबसे भरोसेमंद हिंदी न्यूज़ वेबसाइट Zee News हिंदी