Hamas: इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने हमास के हमले के बाद कसम खाई थी कि हमास का पूरी तरह सफाया कर देंगे. लेकिन करीब सात महीने की लड़ाई के बाद भी इजरायली सेना 7 अक्टूबर के हमले का मास्टरमाइंड और 'कसाई' याह्या सिनवार तक पहुंचने में नाकाम रही. अब जो सूचना आई है, इससे इजरायल की नींद उड़ जाएगी.
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Hamas chief in Gaza Yahya Sinwar: इजरायल (Israel) के शहरों पर हमास के चौंकाने वाले हमले के बाद से ही एक नाम काफी चर्चा में है और यह नाम है याह्या सिनवार का. इजरायली अधिकारियों के लिए सिनवार एक 'कसाई' है. उस पर इजरायल में हमले की साजिश रचने का भी आरोप है, जिसमें 1,300 इजरायली मारे गए थे.
सिनवार जिंदा है और सुरंग से निकला बाहर
इजरायली अधिकारियों ने हाल ही में बताया था कि सिनवार गाजा की सुरंगों में छिपा हुआ है, उसे अपने मौत का भय सता रहा है, वह सुरंगों में छिपा हुआ है, उसके अपने लड़ाकों से कोई संपर्क भी नहीं है, लेकिन एक रिपोर्ट ने इजरायल के दावों पर और उनकी ताकतों पर सवाल उठा दिया है.
हमास का दावा
हमास के एक वरिष्ठ सूत्र ने बुधवार को अल-अरबी अल-जदीद अखबार को बताया कि गाजा में हमास का प्रमुख याह्या सिनवार लोगों के सामने आया है. उसने सड़कों पर सुरंग से निकलकर अपने लोगों के हाल-चाल लिया है. और हमास के लड़ाकों से बातचीत भी की है.
लड़ाकों से की मुलाकात
हमास के इस कमांडर ने इजरायल के उस दावे का खंडन किया, जिसमें कहा गया था कि सिनवार सबसे कटा है और अपने लड़ाकों से भी बात नहीं कर रहा है. उसने कहा कि याह्या ने गाजा में घूमकर लड़ाकों से मुलाकात की और उन जगहों को देखा, जहां इजराइली सेना के साथ हमास की झड़पें हुईं.
इजरायल ने बोला झूठ?
सूत्र ने दावा किया कि याह्या सिनवार कहीं नहीं छिपा था, वह अपने लड़ाकों से लगातार बातचीत कर रहा था. इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने अपनी देश की जनता का ध्यान भटकाने के लिए यह बताया है कि सिनवार मौत के डर से छिपा हुआ है. इस मामले पर इजरायली सेना या सरकार की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आई है.
हमास के पास 30 इजरायली सैनिक बंधक?
सूत्र ने दावा किया कि हमास के पास लगभग 30 आईडीएफ और शिन बेट अधिकारी हैं और इन बंधकों को अत्यधिक सुरक्षित स्थानों पर रखा जा रहा है, और किसी भी परिस्थिति में उन तक किसी का पहुंचना असंभव है. उधर बंधक परिवारों का कहना है कि उन्हें सुरंगों से सिनवार के निकलने के दावे की पुष्टि मिली है. बंधक और लापता परिवार फोरम ने रिपोर्ट के जवाब में घोषणा की कि खुफिया सूत्रों ने पाया है कि गाजा के नीचे सुरंगों से सिनवार के निकलने की रिपोर्ट सही है.
इजरायल की हार?
द होस्टेज एंड मिसिंग फैमिलीज फोरम ने कहा, "गाजा की सड़कों पर सिनवार घूम रहा है, जबकि इजरायली बंधक तहखानों में पड़े हुए हैं, यह इजरायली की हार बताता है.
मोसाद, इजरायल और अमेरिका के लिए सिर दर्द सिनवार
गाजा के हमास कमांडर याह्या सिनवार का नाम इस वक्त इजरायल की हिटलिस्ट में सबसे ऊपर है. इजरायल ने ये दावा किया था कि खान यूनिस में याह्या सिनवार एक बंकर के अंदर छिपा है. सिनवार को पूरी तरह घेर लिया गया और जल्दी ही उसको ढेर कर दिया जाएगा, लेकिन इजरायल का ये दावा हकीकत नहीं बन सका. याह्या सिनवार अब भी जिंदा है. अब भी वह युद्ध की कमान संभाले हुए है और इजरायल के लिए मुसीबत बना हुआ है. सिनवार इज़रायली एजेंसियों, अमेरिकी एजेंसियों और खुद नेतन्याहू के लिए एक अबूझ पहेली बन गया है.
सिनवार की मौत मतलब हमास का खात्मा
याह्या सिनवार ही वो नाम है, जो गाजा में हमास का नेतृत्व कर रहा है. सिनवार का मतबल है हमास के युद्ध की रणनीति. सिनवार का मतलब है अल कस्साम ब्रिगेड का हौसला. सिनवार ही हमास और अल कस्साम को हथियारों की सप्लाई का काम संभालता है. युद्ध की रणनीति तैयार करना भी सिनवार का काम है. लड़ाकों के लिए रसद सप्लाई भी सिनवार के जरिए होती है. यानी सिनवार की मौत का मतलब होगा, एक गोली से हमास की कई विंग का ढेर हो जाना.
अब जानते हैं सिनवार की कहानी
गाजा में पैदा हुआ है सिनवार
सिनवार का जन्म 1962 में हुआ और वह दक्षिणी गाजा के खान यूनिस शहर में पला-बढ़ा. उस दौर में यह शहर मिस्र के नियंत्रण में था. इजरायली सेनाओं ने उसके गृहनगर के नाम पर सिनवार को "खान यूनिस का कसाई" कहा है. रिपोर्टों के अनुसार, सिनवार का परिवार पहले अश्कलोन में बसा था, जो अब दक्षिण इजरायल में है, लेकिन 1948 में इजरायल की तरफ से अश्कलोन पर नियंत्रण करने के बाद उन्हें गाजा में बदलना पड़ा. अश्कलोन को पहले अल-मजदल के नाम से जाना जाता था.
24 साल जेल में बिताए
सिनवार के पास गाजा में इस्लामिक विश्वविद्यालय से अरबी अध्ययन में स्नातक की डिग्री है. 1987 में हमास की स्थापना के बाद, सिनवार हमास में चहेता बन गया. 1988 में सिनवार को दो इजरायली सैनिकों और चार फिलिस्तीनियों की हत्या में उनकी भूमिका पाए जाने पर गिरफ्तार किया गया था, अगले वर्ष, उसे चार आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई.
हमास की सैन्य शाखा
इज़ अल-दीन अल-क़सम ब्रिगेड, हमास की सैन्य शाखा है. यह गाज़ा पट्टी में सक्रिय है. ब्रिगेड का नाम, फ़िलिस्तीन के एक मुस्लिम उपदेशक और मुजाहिद इज़्ज़ अद-दीन अल-क़सम के नाम पर रखा गया है.
जब इजरायल ने सिनवार को रिहा किया
2006 में हमास की सैन्य शाखा इज़ एड-दीन अल-क़सम ब्रिगेड की एक टीम ने इजरायली क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए एक सुरंग का इस्तेमाल किया और एक सेना चौकी पर हमला किया. इस हमले में दो इजरायली सैनिकों की मौत हो गई. कई सैनिक घायल हो गए. जिसमें एक सैनिक गिलाद शालित को पकड़ लिया गया. शालित पांच साल तक हमास के कैद में रहा. शालित की रिहाई के लिए एक समझौता साल 2011 में हुआ. जिसमें कैदी के अदला-बदली हुई. उसी अदला-बदली में सिनवार को हमास ने रिहा करा लिया.
2017 में मिली गाजा की कमान
रिहा होने के बाद सिनवार लगातार हमास के अंदर खुद को ताकतवर बनाता गया. 2015 में सिनवार को अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों की सूची में डाल दिया. अमेरिकी विदेश विभाग के एक रिपोर्ट के मुताबिक सिनवार को आतंकवादी घोषित करने की घोषणा करते हुए बताया गया कि उसने हमास की सैन्य शाखा इज्जेदीन अल-कसम ब्रिगेड को खड़ा करने में बहुत भूमिका निभाई है. साल 2017 में सिनवार को गाजा में हमास का प्रमुख चुना गया था.
हानियेह के बाद दूसरा प्रमुख नेता
हमास संगठन के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख इस्माइल हानियेह के बाद सिनवार हमास नेतृत्व में नंबर 2 है. हनियेह के गाजा में न रहने के बाद सिनवार ही हमास का असली वारिस माना जाता है.उसने लगातार इजराइल के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष की वकालत की है और किसी भी समझौते के फार्मूले के खिलाफ रहा है. वह अपने उग्र भाषणों के लिए जाना जाता है. रिपोर्टों में कहा गया है कि वह हमास के प्रति बहुत जिम्मेदार है. उसके खून में है हमास के लिए लड़ना.
दूसरा ओसामा बिन लादेन है सिनवार
इजरायल सिनवार को ही हमले का शहरों में हुए हमलों का जिम्मेदार मानता है. इज़रायल रक्षा बलों के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल रिचर्ड हेचट ने कहा था कि याह्या सिनवार बुराई का चेहरा है. इजरायल पर हुए हवाई हमले के पीछे वही मास्टरमाइंड है, जैसे ओसामा बिन लादेन ने अमेरिका के साथ किया था. हम उसे मारेंगे ही मारेंगे देर भले हो जाए.