जानिए विश्व मंच पर कहां खड़ा है चीन, कहां गईं जिनपिंग की बड़ी-बड़ी घोषणाएं
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जानिए विश्व मंच पर कहां खड़ा है चीन, कहां गईं जिनपिंग की बड़ी-बड़ी घोषणाएं

शी जिनपिंग ने घोषणा की थी कि चीन विश्व मंच पर एक बड़ी भूमिका चाहता है. जबकि, बढ़ते विवाद, ऋण-जाल कूटनीति और Covid-19 महामारी के दौरान की गई गलतियां विश्व मंच पर चीन को नुकसान पहुंचा रही हैं. 

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: जब चीन (China) के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली, तो उन्होंने घोषणा की थी कि चीन अब आत्मनिर्भर है, अमीर है, मजबूत है और दुनिया में अहम देश के रूप में आगे बढ़ रहा है.

  1. शी जिनपिंग ने घोषणा की थी कि चीन विश्व मंच पर एक बड़ी भूमिका चाहता है
  2. आज करीब 10 देशों का चीन के साथ विवाद है
  3. 100 से अधिक देश वुहान से निकले वायरस और इसकी उत्पत्ति की जांच की मांग कर रहे हैं

शी जिनपिंग ने घोषणा की थी कि चीन विश्व मंच पर एक बड़ी भूमिका चाहता है. जबकि, बढ़ते विवाद, ऋण-जाल कूटनीति और Covid-19 महामारी के दौरान की गई गलतियां विश्व मंच पर चीन को नुकसान पहुंचा रही हैं. 

आइए, देखते हैं कि विश्व मंच पर चीन कहां खड़ा है और उसके विस्तारवादी एजेंडे ने कैसे अंतर्राष्ट्रीय नियम-आधारित आदेशों को खारिज किया है.

आज करीब 10 देशों का चीन के साथ विवाद चल रहा है. ये विवाद राजनैतिक से लेकर क्षेत्रीय दावों के हैं. अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया चीन के साथ व्यापार युद्ध लड़ रहे हैं. भारत के साथ सीमा पर गतिरोध की स्थिति है और दक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर पर कई जगह तनाव है.

विवादों की सूची बहुत लंबी है, लेकिन चीन कई देशों को अपने साथ कर लेता है. जो छोटे देश चीन का कर्जा नहीं चुका पाते, चीन उनपर अपना अधिकार समझता है, और उन्हें अपने इशारों पर नचाता है.

इसके अलावा, वायरस के शुरुआती प्रसार को छिपाने के लिए चीन को दोषी ठहराया गया है. शुरुआत में, 60 से अधिक देशों ने वुहान से निकले वायरस और इसकी उत्पत्ति की जांच कराए जाने की मांग की थी. और अब इस सूची में 100 से अधिक देश शामिल हैं.

चीनी प्रपोगेंडा का दावा है कि चीन पहले से ही एक महाशक्ति है, वैश्विक संस्थानों का अधिग्रहण करने और दुनिया को नया आकार देने के लिए तैयार है. लेकिन, बढ़ते विवाद, ऋण जाल और चीन को भुगतना पड़ेगा जैसी मांगें स्पष्ट रूप से संकेत देती हैं कि बीजिंग दुनिया पर अपना राज कायम नहीं कर पाएगा.

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