50 सेकंड की रहस्यमयी आवाज से चौंक गए साइंटिस्ट, जूपिटर के उपग्रह से रिकॉर्ड हुई है ये साउंड
Advertisement
trendingNow11052059

50 सेकंड की रहस्यमयी आवाज से चौंक गए साइंटिस्ट, जूपिटर के उपग्रह से रिकॉर्ड हुई है ये साउंड

50 सेकंड की रहस्यमयी आवाज ने दुनिया के वैज्ञानिकों को चौंका दिया है. यह आवाज तब रिकॉर्ड हुई जब जुपिटर ग्रह के उपग्रह गैनिमेड के पास से नासा का एक स्पेसक्राफ्ट गुजर रहा था. 

स्पेसक्राफ्ट.

नई दिल्ली: नासा के जूनो मिशन के तहत जब स्पेसक्राफ्ट ने बृहस्पति के पास 38वीं उड़ान भरी तो एक रहस्यमयी आवाज ने नासा के वैज्ञानिकों को चौंका दिया. ये आवाज बृहस्पति के उपग्रह गैनीमेड से आ रही थी.

  1. नासा के स्पेसक्राफ्ट ने रिकॉर्ड की रहस्यमयी आवाज 
  2. खास तरह के इंस्ट्रमेंट से डिटेक्ट हो पाई ये आवाज
  3. जुपिटर के उपग्रह गैनिमेड के पास से रिकॉर्ड हुई ये साउंड 

रहस्यमयी आवाज हुई रिकॉर्ड 

नासा ने इस बात का खुलासा किया कि जूनो स्पेसक्रॉफ्ट ने 50 सेकंड की एक रहस्यमयी आवाज को रिकॉर्ड किया है. ऑडियो की क्लिप इलेक्ट्रिक और मैग्नेटिक तरंगो से बनी थी. इन तरंगों के बारे में जानने के लिए स्पेसक्रॉफ्ट के वेव्स इंस्टूमेंट का इस्तेमाल किया जिससे यह आवाज रिकॉर्ड हो पाई.  ये Trippy Space Age Soundtrack की तरह की आवाज थी.

बता दें कि जूनो मिशन की टीम उड़ान के दौरान स्पेसक्राफ्ट द्वारा बृहस्पति ग्रह के चंद्रमा गैनीमेड से मिले डाटा के बारे में गहन जांच कर रही है. जूनो स्पेसक्राफ्ट ने गैनीमेड चंद्रमा की सतह से 1,038 किलोमीटर दूरी से उड़ान भरा था। इस दौरान स्पेसक्राफ्ट 67 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर रहा था.  

बृहस्पति के चुंबकीय क्षेत्र का बना रहे हैं नक्शा 

जूनो स्पेसक्राफ्ट से मिले डेटा की मदद से वैज्ञानिक ग्रेट ब्लू स्पॉट और बृहस्पति के चुंबकीय क्षेत्र का नक्शा बनाने का काम कर रहे हैं. ग्रेट रेड स्पॉट एक ग्रह के भूमध्य रेखा पर सालों से आया तूफान है. जूनो मिशन की टीम ने ग्रह के चुंबकीय क्षेत्र में बदलाव को देखा है.  

इस मिशन की टीम ने जूनो स्पेसक्राफ्ट द्वारा ली गई तस्वीरों को शेयर किया है. इन तस्वीरों में ग्रह के घूमने वाले एन्वायरमेंट की खूबसूरती को देखा जा सकता है. बृहस्पति ग्रह पर आए तूफान की तस्वीरों ने वैज्ञानिकों को हैरत में डाल दिया है. बृहस्पति के वायुमंडलीय डायनेमिक्स और पृथ्वी के महासागरों के भंवरों में एक जैसी समानताएं नजर आ रही हैं.  

ग्रह के चुंबकीय क्षेत्र में बदलाव देख रही है वैज्ञानिकों की टीम 

जूनो अंतरिक्ष यान के बृहस्पति पर उतरने के बाद से टीम ग्रह के चुंबकीय क्षेत्र में बदलाव देख रही है. ग्रेट ब्लू स्पॉट प्रति सेकंड लगभग 2 इंच (5.1 सेमी) आगे बढ़ रहा है और 350 वर्षों में ग्रह के चारों ओर एक चक्कर पूरा करेगा. वहीं, ग्रेट रेड स्पॉट पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और करीब 4.5 साल में ग्रह का पूरा चक्कर लगाएगा. 

Trending news