Russia Ukrain War: पाकिस्तान का Financial Action Task Force (FATF) लिस्ट से हटना और अमेरिका से F-16 फाइटर जेट पैकेज पाकिस्तान को मिलना क्या किसी बड़े अंतरराष्ट्रीय डील का हिस्सा है?
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Russia and Pakistan News: पाकिस्तान को लेकर पिछले कुछ महीनों में यूरोप और अमेरिका के रुख में काफी बदलाव देखा जा रहा है जिसे लेकर भारतीय सुरक्षा एजेंसियां भी हैरान हैं. दरअसल पाकिस्तान के प्रति इस बदलाव के पीछे एक सबसे बड़ी वजह पाकिस्तान की तरफ से यूक्रेन को हथियारों की दी जाने वाली मदद है. अंतरराष्ट्रीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान ब्रिटेन की रॉयल एयर फोर्स की मदद से यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई कर रहा है. कुछ फ्लाइट ट्रैक करने वाली वेबसाइट ( Multiple Flight Tracking Website) के मुताबिक ब्रिटेन की रॉयल एयर फोर्स के C-17 Globemaster ने इस साल 6 अगस्त से 15 अगस्त के बीच रोमानिया से पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस (Nur Khan Airbase) पर कई बार लैंडिंग की है.
ब्रिटेन और पाक के बीच एक सीक्रेट एयर रूट
एक ऑनलाइन पोर्टल रियाफान ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया था कि कुछ दिनों पहले ही रावलपिंडी में स्थित नूर-खान एयरबेस के जरिये पाकिस्तान यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई कर रहा है और यूके के C-17 Globemaster रोमानिया में लैंड कर रहे हैं जिसके बाद इन हथियारों और गोला बारूद को यूक्रेन की सेना के पास भेजा जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन और पाकिस्तान के बीच एक सीक्रेट एयर रूट बनाया गया है जिसके जरिए ब्रिटिश रॉयल एयरफोर्स के ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट ईरान और अफगानिस्तान एयरस्पेस के जरिए न जाकर रोमानिया में लैंड हुए हैं.
यूक्रेन के डिप्टी चीफ ऑफ मिलट्री इंटेलीजेंस ने दिया यह बयान
यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है जब यूक्रेन को रूस की सेना से लड़ने के लिए बड़ी मात्रा में हथियारों और गोला बारूद की जरूरत है. इस साल जून में यूक्रेन के डिप्टी चीफ ऑफ मिलट्री इंटेलीजेंस Vadym Skibitsky ने बयान देते हुए कहा था कि रूस और यूक्रेन के बीच का युद्ध एक आर्टिलरी वार (Artillery War) है. रूस हमसे इस लड़ाई में बहुत आगे है क्योंकि हमारे पास जितने गोला-बारूद ( Ammunition) थे अब वो खत्म हो रहे हैं. Vadym Skibitsky ने अपने बयान में ये भी कहा था कि हम रूसी सेना के खिलाफ हर रोज 5000-6000 आर्टिलरी राउंड का इस्तेमाल कर रहे हैं.
ब्रिटेन और पाकिस्तान के साथ आने के क्या हैं मायने?
रूस के खिलाफ यूक्रेन की लड़ाई को मजबूत करने के लिए ब्रिटेन ने ये दावा किया कि वो यूक्रेन को 20 के करीब तोपों के साथ 50 हजार के करीब आर्टिलरी शेल ( Artillery Shells) की सप्लाई करेगा. यूक्रेन को रूस के खिलाफ आर्टिलरी वार के लिए सोवियत-इरा ( Soviet Era) वाले 122 mm HOW HE-D30 राउंड की जरूरत को देखते हुए यूरोपीय देशों ने पाकिस्तान की तरफ रुख किया. आपको बता दें कि पाकिस्तान की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री (Pakistan Ordnance Factory) ऐसे सोवियत इरा वाले 122 mm HOW HE-D30 राउंड बनाती है जो नाटो स्टैंडर्ड के हैं. देखा जाए तो यूक्रेन और रूस के बीच चल रही लड़ाई के दौरान सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से बने ऐसे ही 122 एमएम राउंड के गोलों को यूक्रेनी सेना की तरफ से रूस के खिलाफ इस्तेमाल करने के वीडियो वायरल हुए थे. पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर बाजवा ने कुछ दिनों पहले ब्रिटेन की यात्रा की थी जिससे ये कयास लगाए जा रहे हैं कि इस दौरान ब्रिटेन और पाकिस्तान के बीच यूक्रेन के लिए हथियारों की खरीद पर फैसला किया गया था.
अमेरिका की टीम पाकिस्तान के आर्डिनेंस फैक्ट्री में क्यों
ज़ी मीडिया के पास मौजूद एक्सलूसिव दस्तावेजों से खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के दौरे पर एक अमेरिका से एक हाई लेवल टीम आई थी जिसके पाकिस्तान दौरे को काफी गुप्त रखा गया था. इस महीने 3 नवंबर से 10 नवंबर के बीच पाकिस्तान गई अमेरिकी टीम ने पाकिस्तान के कराची और APR Sonmiani गई जहां पर इस टीम के लिए लाइव फायरिंग का भी एक कार्यक्रम रखा गया था. यही नहीं ये टीम करीब एक हफ्ते के अपने पाकिस्तान दौरे के दौरान कई ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के अधिकारियों के साथ-साथ पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों से भी मुलाकात की थी. सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर अमेरिका की टीम को पाकिस्तान के आर्डिनेंस फैक्ट्री में जाने की क्यों जरूरत पड़ी?
पाकिस्तान को यूरोप के देशों से मिल रहे पैसे!
देखा जाये तो फ्रेंच मडिया की एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है कि अमेरिका, पाकिस्तान और ब्रिटेन के बीच में एक समझौता हुआ है जिसके तहत पाकिस्तान से गोला-बारूद की खरीद कर यूक्रेन की मदद करनी है. जिस तरह से कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट जिसमें ब्रिटेन के ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट पाकिस्तान के बेस का इस्तेमाल करते हुए रोमानिया में लैंड हो रहे हैं और यूक्रेन में पाकिस्तानी हथियारों के इस्तेमाल होने वाले वीडियो सामने आए हैं उससे यही लगता है कि पाकिस्तान रूस से किनारा करते हुए लगातार यूक्रेन की मदद कर रहा है. कुछ रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान से जिन हथियारों की खरीद हो रही है उसके बदले पाकिस्तान को यूरोप के देशों से काफी पैसे मिल रहे हैं.
पाकिस्तान की यूक्रेन को मदद
पाकिस्तान रूस के खिलाफ जाकर यूक्रेन को हथियारों से मदद कर रहा है उससे रूस की दिक्कत बढ़ सकती है. पिछले दिनों रूस के सांसद इगोर मोरोजोव ने ये दावा किया था कि पाकिस्तान यूक्रेन की काफी मदद कर रहा है और यूक्रेन और पाकिस्तान के बीच परमाणु हथियारों की तकनीक पर भी चर्चा हुई है. इगोर के मुताबिक, "यूक्रेन के विशेषज्ञों ने पाकिस्तान का दौरा किया है और इस्लामाबाद एक प्रतिनिधिमंडल ने भी परमाणु बम बनाने की तकनीक पर चर्चा के लिए यूक्रेन का दौरा किया है."
पाकिस्तान के खिलाफ यूरोपीय देशों को रवैया बदला
पाकिस्तान के प्रति अचानक अमेरिका और यूरोपीय देशों के स्वर बदले हैं जिस तरह से पाकिस्तान FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर निकला है और साथ ही अमेरिका से एक बार फिर F-16 फाइटर जेट पैकेज पर डील साइन हुई है उससे जानकारों का मानना है कि भारत के तमाम आपत्तियों को दरकिनार करते हुए अमेरिका और यूरोपीय देश पाकिस्तान की मदद करने में लगे हैं और इसके पीछे सबसे बड़ी वजह पाकिस्तान की तरफ से यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई हो सकती है.
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