Why Russia-Ukraine Fighting: 44 वर्षीय ओलेना जेलेंस्का ने दावा किया कि यूक्रेन की महिलाओं से रेप करने के लिए रूस के सैनिकों की पत्नियां ही उन्हें उकसा रही हैं. फरवरी में रूस ने यूक्रेन पर हमला बोला था. उसके बाद से लगातार दोनों के बीच जंग जारी है.
Trending Photos
Russia-Ukraine War: यूक्रेन की फर्स्ट लेडी ने जंग के बीच रूस के सैनिकों को लेकर सनसनीखेज दावा किया है. उन्होंने कहा कि रूस के सैनिक अब रेप को 'हथियार' की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं. ब्रिटिश टीवी न्यूज चैनल स्काई न्यूज ने यह जानकारी दी है. ओलेना जेलेंस्का जंग के दौरान यौन हिंसा से निपटने के लिए लंदन में एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में बोल रही थीं. ओलेना जेलेंस्का यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की की पत्नी हैं.
44 वर्षीय ओलेना जेलेंस्का ने दावा किया कि यूक्रेन की महिलाओं से रेप करने के लिए रूस के सैनिकों की पत्नियां ही उन्हें उकसा रही हैं. फरवरी में रूस ने यूक्रेन पर हमला बोला था. उसके बाद से लगातार दोनों के बीच जंग जारी है. रूस ने कई बार मिसाइलों-रॉकेट से यूक्रेन के शहरों पर अटैक किया है. वहीं यूक्रेन की सेना भी रूस के सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब दे रही है.
यौन हिंसा पर बरसीं ओलेना
स्काई न्यूज के मुताबिक, ओलेना जेलेंस्का ने रूस के सैनिकों पर खुले तौर पर यौन हिंसा का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, 'यौन हिंसा किसी पर प्रभुत्व साबित करने का सबसे क्रूर और जानवरों जैसा तरीका है. इस तरह की हिंसा के पीड़ितों के लिए युद्ध के समय गवाही देना मुश्किल है क्योंकि कोई भी सुरक्षित महसूस नहीं करता है.'
'रूस के सैनिकों की पत्नियां दे रहीं बढ़ावा'
उन्होंने कहा, 'यह एक और तरीका है जिसे वे (रूसी सेना) अपने हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं. यह इस युद्ध में उनके हथियारखाने का एक और शस्त्र है. इसलिए वे इसे व्यवस्थित और खुले तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं.' फर्स्ट लेडी ने आगे कहा, 'हम देख रहे हैं कि रूस के सैनिक इसे लेकर बहुत ओपन हैं. वे अपने रिश्तेदारों से इस बारे में फोन पर बात करते हैं. फोन पर बातचीत की रिकॉर्डिंग से हमें यह जानकारी मिली है.'
आगे उन्होंने कहा, 'इतना ही नहीं, खुद रूस के सैनिकों की पत्नियां उनको बढ़ावा दे रही हैं. वे कहती हैं कि जाओ उन यूक्रेन की महिलाओं के साथ रेप करो. इस बारे में मुझे मत बताना. इसलिए इस बारे में दुनिया को खुलकर बोलना चाहिए.' ज़ेलेंस्का ने कहा, 'इसे युद्ध अपराध के रूप में मान्यता देना और सभी अपराधियों को जवाबदेह ठहराना बेहद जरूरी है'.
पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की ज़रूरत नहीं.