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कीव: यूक्रेन (Ukraine) के चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र (Chernobyl Nuclear Power Plant) को छोड़ने से पहले रूसी सैनिकों (Russian Troops) ने वहां जमकर लूटपाट की. यूक्रेन का दावा है कि रूसी सैनिक न्यूक्लियर प्लांट के जरूरी उपकरणों के साथ-साथ बर्तन, चम्मच और कॉफी मशीन (Coffee Machine) भी अपने साथ ले गए. गौरतलब है कि रेडिएशन की चपेट में आने के डर से रूसी सैनिकों ने न्यूक्लियर प्लांट पर कब्जा छोड़ दिया है.
अपवर्जन क्षेत्र प्रबंधन पर यूक्रेन की राज्य एजेंसी के प्रमुख येवेन क्रामारेंको ने बताया कि चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा प्लांट क्षेत्र में तैनात रूसी सैन्य (Russian Troops) अपने साथ कई उपकरण ले गए. इतना ही नहीं, कुछ उपकरणों को ले जाने के बाद, याकुशेव नाम के एक रूसी कमांडर ने- 90वें कॉल साइन के साथ- एक विलेख यानी डीड (Deed) तैयार करने की पेशकश की.
क्रामारेंको ने कहा कि कमांडर ने धमकी दी कि अगर ऐसा नहीं हुआ, तो रूसी सेना यूक्रेनी बिजली संयंत्र के श्रमिकों को बेलारूस ले जाएगी. विलेख पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद, रूसी सैनिकों ने लूटपाट शुरू कर दी और फिर प्लांट छोड़कर चले गए. प्लांट के कर्मचारी उस समय अपने कार्यस्थलों पर थे और उन्हें नियंत्रण कक्ष और कार्यालयों से बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई थी.
बाद में, जब कर्मचारियों ने महसूस किया कि सबकुछ शांत हो चुका है, तो उन्होंने चारों ओर जाकर न्यूक्लियर प्लांट का निरीक्षण करने का फैसला किया. उन्होंने देखा कि रूसी सैनिकों ने स्टेशन पर कंप्यूटर, केतली, कॉफी बनाने वाली मशीन और निजी संपत्ति के कंटेनर चुरा लिए थे. इतना ही नहीं सैनिक रसोई के बर्तन, फॉल्क, चम्मच अपने साथ ले गए और संयंत्र के पास एक होटल को भी लूट लिया.
यूक्रेन का कहना है कि पहली नजर में चेर्नोबिल के बुनियादी ढांचे को कोई खास नुकसान नजर नहीं आ रहा है. हालांकि, असल स्थिति उच्च प्रशिक्षित विशेषज्ञ द्वारा जांच के बाद ही सामने आएगी. गौरतलब है कि रूस-यूक्रेन जंग (Russia-Ukraine War) को 37 दिन पूरे हो चुके हैं. युद्ध को रोकने के लिए शुक्रवार को दोनों पक्षों के बीच दोबारा बातचीत बहाल हुई. इस बीच, रूस ने यूक्रेन पर अपने इलाके में हेलीकॉप्टर से हमला करने और तेल डिपो को निशाना बनाने का आरोप लगाया है.
इनपुट: IANS