नई दिल्ली. पितृ पक्ष के तुरंत बाद नवरात्रि शुरू होने वाली है. नवरात्रि का त्योहार नौ रातों और दस दिनों तक चलता है और विजया दशमी के साथ समाप्त होता है. इस दिन को महिषासुर नामक राक्षस पर मा की विजय के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है. इस बार नवरात्रि 26 सितंबर से शुरू हो रही है. इन दिनों में मां की पूजा के दौरान कुछ नियमों का पालन किया जाता है, ऐसा नहीं करने वालों को कई करह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
ब्रह्मचर्य का करें पालन
नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान महिला और पुरुष दोनों को ब्रह्मचर्य का सख्ती से पालन करना चाहिए. इन दिनों शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए. साफ मन और स्वच्छ तन से की हुई पूजा से ही मां का आशीर्वाद प्राप्त होगा.
महिलाओं का सम्मान करें
नवरात्रि में मां दुर्गा का अशीर्वाद पाने के लिए घर की महिलाओं का सम्मान करना चाहिए. मान्यता है कि जिस घर में महिलाओं का सम्मान नहीं होता है, वहां कभी भी लक्ष्मी वास नहीं करती.
घर को न छोड़े खाली
नवरात्रि के पहले दिन से लेकर विजय दशमी तक घर को खाली नहीं छोड़ना चाहिए. घर में किसी न किसी को हमेशा रहना चाहिए.
मांस-मदिरा का सेवन ना करें
इन नौ दिनों में लहसुन, प्याज और मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. नवरात्रि में जातकों को सात्विक भोजन करने की सलाह दी जाती है.
इस काम से करें परहेज
नवरात्रि में किसी को काले रंग के कपड़े का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए और न ही इन नौ दिनों के दौरा नाखून, दाढ़ी और बाल भी नहीं कटवाने चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)
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