नई दिल्ली: Friday Vrat: हिंदू धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित है. शुक्रवार के दिन संतोषी माता की पूजा की जाती है. माता संतोषी को सुख शांति और वैभव की देवी माना जाता है. शुक्रवार के दिन संतोषी माता का व्रत करने से घर में सुख समृद्धि आती है, साथ ही जिन्हें संतान सुख प्राप्त नहीं हो पा रहा वो संतान प्राप्ति के लिए इस व्रत को करते हैं. हालांकि, संतोषी माता के व्रत के नियम बाकी व्रतों से अधिक कठिन है. आइए संतोषी माता के व्रत के नियमों और भोग के बारे में जानते हैं.
व्रत में क्या खाएं
व्रत में आप दूध, दही, पनीर, मक्खन खा सकते हैं, इससे आपको एनर्जी मिलेगी.
व्रत में कई गेहूं का आटा नहीं खाना चाहिए. आप अरारोट का आटा, कुट्टू का आटा, सिंघाड़े का आटा और साबूदाना खा सकते हैं, ये सभी फलाहार में आते हैं.
व्रत में आप सभी फल खा सकते हैं. संतरा, अंगूर, पपीता, खरबूज, तरबूज खाएं. इससे शरीर को पोषण तो मिलेगा ही बॉडी हाइड्रेट भी रहेगी.
व्रत के दौरान एनर्जी बनाए रखने के लिए आप ड्राई फ्रूट्स खा सकते हैं. बादाम, काजू, पिस्ता, डेट्स, अखरोट, मूंगफली आदि खाने से आपके अंदर एनर्जी बनी रहेगी और जल्दी भूख भी नहीं लगेगी.
व्रत में इनसे करें परहेज
संतोषी माता के व्रत में कभी भी कोई खट्टी चीज नहीं खानी चाहिए. व्रत रखने वाले के घर में इस दिन कोई खट्टी चीज नहीं आनी चाहिए.
कई लोग व्रत में गेहूं का आटा, बेसन, सूजी, मैदा, चावल जैसे अनाज भी नहीं खाते.
गुरुवार व्रत में प्याज और लहसुन का उपयोग भी नहीं होता है.
उपवास के दिनों में नमक भी नहीं खाया जाता, सिर्फ सेंधा नमक का इस्तेमाल होता है.
एक बात का ध्यान जरूर रखें, व्रत में किसी तरह का नशा न करें.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है.)