नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट में याचिका डालकर कांग्रेस और चीन के आपसी संबंधों की जांच कराने की मांग की गई है. इस मामले में राहुल गांधी और सोनिया गांधी को प्रतिवादी बनाया गया है. ये याचिका एक वकील और एक पत्रकार ने दाखिल की है.
This picture of Rahul Gandhi signing an agreement in 2008 in China with Sonia and Xi in the background has possible sinister implications for the country’s security. The NIA must initiate an investigation under the Unlawful Activities ( Prevention) Act and secure the agreement pic.twitter.com/WCn1TY6E28
— Mahesh Jethmalani (@JethmalaniM) June 21, 2020
साल 2008 का एग्रीमेन्ट
कांग्रेस पार्टी और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के बीच 7 अगस्त 2008 को एक एग्रीमेन्ट हुआ था. जिसपर कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी और चीन की तरफ से उसके अंतरराष्ट्रीय मामलों के मंत्री वांग जिया रुई ने दस्तखत किए थे. इस समझौते के समय चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और सोनिया गांधी दोनो मौजूद थे.
इस एग्रीमेन्ट के तहत दोनों पार्टियों के बीच विचारों के 'आदान-प्रदान' की बात कही गई थी.
एग्रीमेन्ट की विस्तृत विवरण देने की मांग
सुप्रीम कोर्ट में याचिका डालकर चीन और कांग्रेस के संबंधों को बीच का पूरा विवरण सार्वजनिक किए जाने की मांग की गई है. इसके लिए सीबीआई या एनआईए की जांच का सहारा लेने की मांग भी सुप्रीम कोर्ट से की गई है. बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में डाली गई याचिका में मीडिया रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि यूपीए-2 के शासनकाल में यानी 2008 से लेकर 2013 के बीच चीन सीमा से करीब 6 सौ बार घुसपैठ की घटनाएं हुईं.
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